दिल्ली में अब अगले दो महीने में 10 हजार पेड़ लगने वाले हैं. दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देशों के जवाब में, लोक निर्माण विभाग (PWD) ने अगले दो महीनों में शहर भर में 10,000 पेड़ लगाने के लिए मिशन शुरू किया है. इस पहल का उद्देश्य दिल्ली के ग्रीन कवर को बढ़ाना है. इतना ही नहीं बल्कि इन पेड़ों की ग्रोथ को ऐप से ट्रैक किया जाएगा.
PWD के स्पेशल सेक्रेटरी शशांक आला इस पहल का नेतृत्व कर रहे हैं. सभी एग्जीक्यूटिव इंजीनियरों को हर पेड़ की जगह और उनके विकास को ट्रैक करने के लिए ई-मॉनिटरिंग एप्लिकेशन का उपयोग किया जाएगा. इसके लिए आदेश जारी कर दिया गया है.
पेड़ों की होगी निगरानी
दरअसल, ई-मॉनिटरिंग एप्लिकेशन का उपयोग मुख्य रूप से मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर नजर रखने के लिए किया जाता है. अब इस पेड़ लगाने की पहल की निगरानी के लिए इसी ई-मॉनिटरिंग एप्लिकेशन का इस्तेमाल किया जाएगा. इस कदम से पर्यावरण को बचाया जा सकेगा, साथ ही इस पहल को लेकर पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सकेगी.
इसे लेकर दिए गए हैं कोर्ट के निर्देश
कुछ समय पहले, दिल्ली की सड़क बनाने वाली एजेंसियों को विशेष अभियानों और नियमित पहलों के दौरान लगाए गए पेड़ों का रखरखाव न रखने की वजह से कोर्ट की आलोचना का सामना करना पड़ा था. इसी को देखते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने डिकंक्रीटाइजेशन नियमों के पालन पर जोर दिया था.
वृक्ष अधिकारी से लेनी होगी अनुमति
दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार सभी एजेंसियों को किसी पेड़ के दो मीटर के दायरे में कोई भी सिविल कार्य करने से पहले नामित वृक्ष अधिकारी से अनुमति लेनी होगी. इसके अलावा, पानी के रिसाव और जड़ के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए पेड़ के बेस के चारों ओर 6x6 फीट का कंक्रीट रहित क्षेत्र जरूरी है.
वन विभाग के साथ मिलकर करना होगा काम
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, वृक्षारोपण प्रयासों के प्रभाव को और बढ़ाने के लिए, पीडब्ल्यूडी वन विभाग और दिल्ली विकास प्राधिकरण के साथ मिलकर सहयोग कर रहा है. इसका उद्देश्य शहर भर में जितने हो सकें उतने पेड़ लगाना है. और ऐसे क्षेत्रों की पहचान करनी है जहां पेड़ लगाए जा सकते हैं.
गुणवत्ता और स्थिरता को प्राथमिकता देना
पीडब्ल्यूडी के हालिया आदेश में ऐसे पेड़ों के चयन पर जोर दिया गया है जो कम से कम 10 फीट ऊंचे हों. देशी प्रजातियों पर ध्यान देने के साथ 250 से 1,000 पेड़ लगाने का काम सौंपा गया है. दिल्ली सरकार की हरित कार्य योजना के के तहत पीडब्ल्यूडी वृक्षारोपण पहल के लिए वनों और दूसरे हरित क्षेत्रों की पहचान कर रहा है.
इसके अलावा, अधिकारियों ने धूल के स्तर को कम करके वायु प्रदूषण को कम करने में सड़क किनारे हरियाली बढ़ाने की बात भी कही है. इससे दिल्ली की बिगड़ती वायु गुणवत्ता को बेहतर किया जा सकेगा.