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ओमिक्रॉन को लेकर अलर्ट मोड पर रेलवे, जानिए आपात स्थिति के लिए किस तरह की गई है तैयारी

हालात को देखते हुए फ्रंट लाइन रेल कर्मचारियों को बूस्टर डोज देने सहित सभी सुरक्षात्मक कदम उठाए जा रहे हैं. इसके साथ ही सभी ट्रेनों और स्टेशनों को सैनिटाइज किया जा रहा है. रेलवे स्टेशनों पर समय-समय पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए उद्घोषणा की जा रही है.

ओमिक्रॉन को लेकर अलर्ट मोड पर रेलवे ओमिक्रॉन को लेकर अलर्ट मोड पर रेलवे
हाइलाइट्स
  • फ्रंट लाइन रेल कर्मचारियों को बूस्टर डोज दिया जाएगा.

  • रेलकर्मियों के 15-18 आयुवर्ग के बच्चों के टीकाकरण पर खास ध्यान दिया जा रहा है.

कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है और संक्रमितो की तादाद लगातार बढ़ती ही जा रही है. कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए भारतीय रेलवे भी अलर्ट मोड पर आ गया है. कोविड-19 के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन के मद्देनजर पूर्व मध्य रेल द्वारा कई एहतियाति कदम उठाये गए हैं. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी रेलवे चिकित्सालयों में अनुभवी चिकित्सक, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ चौबीसों घंटे तैनात हैं. 

पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर, सोनपुर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय, सोनपुर एवं समस्तीपुर मंडल के मंडल रेल अस्पतालों और केंद्रीय सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पटना में 500 लीटर प्रति मिनट क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है. साथ ही प्लांट को स्टार्ट कर दिया गया है ताकि किसी भी परिस्थिति में ऑक्सीजन की कमी न हो. पूर्व मध्य रेल ने रेलकर्मियों को कोविड के टीके लगवाने के लिए जरूरी कदम उठाये गये हैं. जिसका परिणाम है कि लगभग 80 हजार रेलकर्मियों में से 78 हजार से ज्यादा रेलकर्मियों यानि कि लगभग 98 प्रतिशत कर्मचारियों को टीके के दोनों डोज लगाए जा चुके हैं. 

फ्रंट लाइन रेल कर्मचारियों को बूस्टर डोज

हालात को देखते हुए फ्रंट लाइन रेल कर्मचारियों को बूस्टर डोज देने सहित सभी सुरक्षात्मक कदम उठाए जा रहे हैं. टीकाकरण के अलावा पूर्व मध्य रेल ने अपने कर्मचारियों को कोविड-19 से बचाव और आपात स्थित में चिकित्सा हेतु कई कदम उठाये हैं. इनमें कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए 6 रेलवे अस्पतालों को नॉमिनेट किया गया है. जहां उनकी उचित देखभाल और  इलाज की जाती है. इन अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के लिए कुल 228 बेड हैं, जिनमें से ICU  के 34 बेड और नॉन-आइसीयू के 194 बेड आरक्षित किये गये हैं. इसके साथ ही काफी संख्या में वेंटिलेटर भी रखे गए हैं.  

ओमिक्रॉन को लेकर अलर्ट मोड पर रेलवे
ओमिक्रॉन को लेकर अलर्ट मोड पर रेलवे

 रेलकर्मियों के 15-18 आयुवर्ग के बच्चों के टीकाकरण पर खास ध्यान

इसके अलावा इन अस्पतालों में इलाज के लिए जरूरी मेडिसिन, ऑक्सीजन कंसेनटेटर, पीपीई किट, मास्क भी पर्याप्त मात्रा में रखे गए हैं. इन हॉस्पिटल्स में छोटे बच्चों के इलाज के लिए सभी जरूरी उपाय किये गए हैं. रेलकर्मियों के 15-18 आयुवर्ग के बच्चों के लिए कोविड टीकाकरण पर खास ध्यान दिया जा रहा है. कोविड-19 के नये वेरिएंट से निपटने के लिए इन सभी उपायों के साथ ही रेलवे राज्य सरकारों के अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय बनाए हुए है. इसी कड़ी में राज्य सरकार ने पूर्व मध्य रेल के तमाम स्टेशनों पर कोविड-19 की स्क्रीनिंग और जांच के लिए बूथ लगाए गये हैं. जहां पर ट्रेनों से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है.

सभी ट्रेनों और स्टेशनों को सैनिटाइज किया जा रहा

इसके साथ ही सभी ट्रेनों और स्टेशनों को सैनिटाइज किया जा रहा है. रेलवे स्टेशनों पर समय-समय पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए उद्घोषणा की जा रही है. स्टेशन परिसर और यात्रा के दौरान ट्रेनों में मास्क पहनना जरूरी है. मास्क न पहनने पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है. इस बारे में जानकारी देते हुए पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि पूर्व मध्य रेल के महाप्रबन्धक अनुपम शर्मा ने कोविड की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुये इसके रोकथाम और बचाव के लिए सभी जरूरी कदम उताने के निर्देश दिए हैं. साथ ही सभी विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों को कोविड से रेलकर्मियों के बचाव के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जाने का दिशा-निर्देश जारी किया गया है. महाप्रबंधक ने  सभी रेलवे चिकित्सालयों में चिकित्सा उपकरणों, दवाइयों की उपलब्धता के साथ ही पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.

(चंदौली से उदय गुप्ता की रिपोर्ट)