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अब समय पर चलेगी आपकी ट्रेन, रेलवे ने इन ट्रेनों के टाइमटेबल में किया खास बदलाव, देखें लिस्ट

भारतीय रेलवे ने 2020 में कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन का उपयोग पटरियों, कोचों और इंजनों के कुछ गंभीर रखरखाव के लिए किया है. रेल मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल और नवंबर 2018 के बीच 68.19% ट्रेनें और इसी महीने में नवंबर 2019 तक चलने वाली 75.67 फीसदी ट्रेनों की तुलना में 2021 में 93.29% ट्रेनें समय की पाबंद रही हैं.

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हाइलाइट्स
  • लॉकडाउन में मिला सुधार का समय

  • सभी ट्रेनों का संचालन हुआ शुरू

भारतीय रेलवे की सबसे बड़ी कमी यही है कि उसकी ट्रेनें कभी टाइम पर नहीं चलती. हालांकि एक तरफ जहां रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई नई ट्रेनों को लाने और सुविधायें बढ़ाने का फैसला किया है वहीं दूसरी तरफ इन कमियों पर भी काम किया गया है. एक अधिकारी ने कहा कि भारत में ट्रेनें अब समय पर चल रही हैं क्योंकि भारतीय रेलवे ने 2020 में कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन का उपयोग पटरियों, कोचों और इंजनों के कुछ गंभीर रखरखाव के लिए किया है.

रेल मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल और नवंबर 2018 के बीच 68.19% ट्रेनें और इसी महीने में नवंबर 2019 तक चलने वाली 75.67 फीसदी ट्रेनों की तुलना में 2021 में 93.29% ट्रेनें समय की पाबंद रही हैं. 

लॉकडाउन में मिला सुधार का समय
मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, "यह महसूस करते हुए कि रखरखाव के लिए आवश्यक समय समर्पित नहीं कर पाना खराब समयपालन दर के महत्वपूर्ण कारणों में से एक था, हमने लॉकडाउन के दिनों का पूरा उपयोग करने का फैसला किया." उन्होंने आगे कहा, "इसके अलावा, हमने समय सारिणी पर भी काम किया ताकि ट्रेनों को अब उनके रखरखाव के लिए अधिक समय मिल सके."

सभी ट्रेनों का संचालन हुआ शुरू
अधिकारी ने कहा, "अब लगभग सभी ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू हो गया है. 16 नवंबर से करीब 1,750 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं. प्री-कोविड के दौरान औसत 1,768 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें थीं.” राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर एक ट्रेन के औसत रखरखाव समय में सुधार करने में सक्षम रहा है. अधिकारी ने कहा, "अगर हमारे पास ट्रेन के रखरखाव के लिए एक घंटा समर्पित था, तो आज हमने तीन घंटे आवंटित किए हैं." "यह रखरखाव के लिए अधिक समय देने के उद्देश्य से शून्य-आधारित समय सारिणी की गई है।"

रेलवे संचालन की देखरेख करने वाले रेलवे बोर्ड के एक पूर्व सदस्य ने कहा, “ट्रेन के संचालन की स्थिति में सुधार महामारी के कारण व्यस्त मार्गों पर ट्रेनों की संख्या कम (पहले की तुलना में) होने का परिणाम है.” "इसके कारण हमने बिना किसी रुकावट के बड़ी आसानी से देखरेख का समय मिल गया."

किन ट्रेनों में हुआ सुधार?
अपनी चलने की स्थिति में सुधार करने वाली कुछ ट्रेनों में 20801/02 मगध एक्सप्रेस शामिल है जो पश्चिम बंगाल नई दिल्ली में इस्लामपुर के बीच चलती है. इसके स्टेटस में 11% का सुधार हुआ है. वहीं 12393/94 राजेंद्र नगर (पटना) और नई दिल्ली के बीच संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में 5% सुधार हुआ. बिहार में सीतामढ़ी और आनंद विहार (दिल्ली) के बीच चलने वाली 14005/06 लिच्छवी एक्सप्रेस की समयपालन में लगभग 7-8% का सुधार हुआ. 12301/02 हावड़ा और नई दिल्ली के बीच चलने वाली कोलकाता राजधानी में लगभग 7% और 12565/66 बिहार संपर्क क्रांति जो दरभंगा और नई दिल्ली के बीच चलती है की स्थिति में लगभग 8% सुधार किया गया है.