राजस्थान में बीजेपी को बहुमत मिला है. बीजेपी ने 200 सीटों में से 115 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि कांग्रेस के खाते में 69 सीटें आई हैं. राजस्थान में एक सीट उम्मीदवार के निधन की वजह से वोट नहीं डाले गए थे. अब जब बीजेपी को बहुमत मिल गया है तो मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं. बीजेपी में सीएम पद के लिए कई लोगों के नाम सामने आने रहे हैं. चलिए आपको उनके बारे में बताते हैं.
वसुंधरा राजे-
राजस्थान में मुख्यमंत्री की रेस में सबसे ऊपर वसुंधरा राजे का नाम है. राजे दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. राजघराने के ताल्लुक रखने वाली वसुंधरा राजे को सरकार चलाने का अच्छा अनुभव है. हालांकि पार्टी ने चुनाव में उनको खास तवज्जो नहीं दी थी. लेकिन उनके मुख्यमंत्री बनने से सबसे ज्यादा चांस हैं.
दीया कुमारी-
जयपुर राजघराने से आने वाली दीया कुमारी का नाम भी रेस की रेस में चल रहा है. बीजेपी में दीया कुमार को वसुंधरा राजे का विकल्प के तौर पर देखा जाता है. वो फिलहाल राजसमंद से सांसद हैं और विधानसभा चुनाव में भी मैदान में हैं. इस चुनाव में दीया कुमारी काफी सक्रिय रहीं. पार्टी की तरफ से भी उनको खूब तवज्जो दी गई.
भूपेंद्र यादव-
बीजेपी के दिग्गज नेता भूपेंद्र यादव केंद्र सरकार में वन और पर्यावरण मंत्री हैं. उनको पीएम मोदी और अमित शाह का करीबी माना जाता है. राजस्थान में मुख्यमंत्री की रेस में उनका भी नाम शामिल है. माना जा रहा है कि अगर बीजेपी राजस्थान में ओबीसी को सीएम के तौर पर चुनती है, भूपेंद्र यादव को मौका मिल सकता है.
ओम बिड़ला-
ओम बिड़ला फिलहाल लोकसभा स्पीकर हैं. उनका कार्यकाल मई में पूरा हो रहा है. बिड़ला हाड़ौती से बीजेपी के सबसे कद्दावर चेहरा हैं. उनको पीएम मोदी का करीबी माना जाता है. ऐसे में राजस्थान में उनकी अहम भूमिका हो सकती है.
गजेंद्र सिंह शेखावत-
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान में मुख्यमंत्री की रेस में शामिल हैं. शेखावत जोधपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं. सूबे में उनकी अच्छी-खासी पकड़ मानी जाती है. हालांकि शेखावत ने खुद चुनाव नहीं लड़ा है. लेकिन माना जा रहा है कि उनको सीएम बनने का मौका मिल सकता है और उसके बाद वो विधानसभा में जा सकते हैं. बीजेपी में शेखावत को वसुंधरा राजे कैंप का विरोधी माना जाता है.
अश्विनी वैष्णव-
अश्विनी वैष्णव रेल मंत्री हैं. वो 1994 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी रहे हैं. बीजेपी ने उनको 2019 में ओडिशा से राज्यसभा सांसद बनाया था. उनका नाम भी सीएम की रेस में शामिल है. अश्विनी वैष्णव का नाम पीएम मोदी के फेवरेट मंत्रियों में शामिल है.
बाबा बालकनाथ-
राजस्थान की सियासत में बाबा बालकनाथ का नाम तेजी से उभरा है. बालकनाथ को राजस्थान का योगी कहा जाता है. बालकनाथ उसी नाथ संप्रदाय से आते हैं, जिससे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आते हैं. फिलहाल वो अलवर से सांसद हैं, लेकिन पार्टी ने उनको तिजारा सीट से विधानसभा चुनाव में उतारा है. काउंटिंग से पहले एग्जिट पोल में उनको 10 फीसदी लोगों ने सीएम के तौर पर अपनी पसंद बताया था.
ये भी पढ़ें: