देश दुनिया के लोग ऐतिहासिक राजपथ को जल्द ही ‘कर्तव्यपथ’ के नाम से जानेंगे. केंद्र सरकार ने राजधानी में स्थित ऐतिहासिक राजपथ का नाम बदलकर ‘कर्तव्यपथ’ करने का फैसला किया है. इंडिया गेट पर नेताजी की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन तक पूरा मार्ग और क्षेत्र कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा. यह वही सड़क है जहां पर हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर भव्य परेड और झांकियां निकाली जाती हैं.
दिल्ली का राजपथ कई मायनों में खास है. चलिए आपको इस सड़क की कुछ रोचक बातों से आपको रूबरू कराते हैं..
राजपथ को ब्रिटिश वास्तुकार सर एडविन लुटियंस ने डिजाइन किया था. इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक जाने वाली इस सड़क के दोनों तरफ गार्डन हैं. उस समय इसे राष्ट्रपति भवन से नए शहर का दृश्य प्रस्तुत करने के लिए बनाया गया था, जो उस समय वायसराय का हाउस था और आज भारत के राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास है.
राजपथ वह जगह है जिसे विरोध प्रदर्शन और कैंडल मार्च के लिए जाना जाता है. राजपथ के लोकप्रिय आकर्षणों में राष्ट्रीय संग्रहालय, नेशनल म्यूजियम और इंडिया गेट शामिल हैं.
औपनिवेशिक वास्तुकला और शहरी नियोजन में रुचि रखने वालों को एक बार राजपथ जरूर जाना चाहिए.
राजपथ को पहले किंग्स वे कहा जाता था, क्योंकि जॉर्ज पंचम के सम्मान में इसे यह नाम दिया गया था. जॉर्ज पंचम ने ही ब्रिटिश भारत की राजधानी को कोलकाता से दिल्ली स्थानांतरित किया था. उस वक्त यह किंग के जाने का रास्ता था.
1947 में आजादी मिलने के बाद किंग्स वे का नाम बदलकर राजपथ कर दिया गया. राजपथ एक उच्च सुरक्षा वाला इलाका है.