अभी बुलडोजर के नाम से माफिया, अपराधी या फिर अवैध तरीके से अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले ही खौफ खाते है. योगी राज का बुलडोजर ऐसे ही लोगों पर कहर बनकर टूट रहा है तो बहनों की भी पहली पसंद यह बुलडोजर हो गया है और वह इस बार रक्षाबंधन पर अपने भाई की कलाई पर बुलडोजर बाबा राखी बांधेगी. बनारस के बाजार में छाई 'बुलडोर बाबा राखी' से तो फिलहाल ऐसा ही लगता है क्योंकि इसकी डिमांड काफी बढ़ गई है.
रक्षाबंधन के पर्व में अभी भले ही थोड़ा वक्त हो, लेकिन अभी से राखी का बाजार सज गया है. वाराणसी के डालमंडी इलाके में हर बार की ही तरह इस बार भी रंगबिरंगी राखियों का बाजार लगा हुआ है. जहां न केवल पूर्वांचल भर से छोटे दुकानदार, बल्कि पर्व मनाने वाले भी आने लगे हैं और तैयारियों में जुट गए हैं. 'बुलडोर बाबा राखी' के अलावा मोदी-योगी राखी की भी काफी डिमांड है.
राखियों का कारोबार करने वाले होलसेलर मो. आसिफ बताते है कि पहले फिल्मी सितारों और लिए कार्टून करेक्टर वाली राखियां पसंद की जाती थी. लेकिन इस बार चूंकि बुलडोजर चारों ओर चल रहा है. इसलिए बुलडोजर वाली राखियां बिकने के लिए आई है. कस्टमर भी मांग रहे हैं और बुलडोजर एक मार्केटिंग ब्रांड बन गया है. 'बुलडोर बाबा राखी' बेचने के लिए मंगाया गया था. ज्यादातर बिक चुका है लेकिन उसके बावजूद मांग हो ही रही है. उन्होंने बताया कि उनके मार्केट से पूर्वांचल के अलावा, एमपी और बिहार भी राखियों की सप्लाई होती है. बुलडोजर राखी होलसेल में 240 रुपए दर्जन के हिसाब से बेच रहे हैं.
तो वहीं राखी खरीदने मिर्जापुर से आए दुकानदार राजन बिंद बताते हैं कि देश में विकास हो रहा है और अच्छाई के प्रतीक के रूप में 'बुलडोर बाबा राखी' है और यह राखी तेजी से बिकने वाली भी है. उन्होंने बताया कि योगी सरकार में अच्छा काम हो रहा है. इसलिए राखी लोगों को पसंद आएगी. तो वहीं एक अन्य खरीदार अपने लिए राखी लेने आए हैं और बताते है कि उनकी बहनों को 'बुलडोर बाबा राखी' पसंद आई है इसलिए लेने आए हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि माफियाओं के खिलाफ सीएम योगी ने बुलडोजर चलवाया है. तो वहीं एक अन्य खरीदार बेबी गुप्ता ने अन्य बहनों से अपील की कि जिस तरह से वे 'बुलडोर बाबा राखी' खरीदकर अपने भाई की कलाई पर बांधेंगी, वैसा ही अन्य बहनों को भी करना चाहिए.