लगभग दो साल के लंबे वक्त के बाद दिल्ली की निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज को आखिरकार एक बार फिर से खोल दिया गया है. दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद निजामुद्दीन मरकज को फिलहाल 1 महीने के लिए पूरे रमजान के लिए खोला गया है. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि तमाम कोरोना गाइडलाइन का मरकज में पालन किया जाएगा. थर्मल स्क्रीनिंग के साथ सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की जाएगी.
फिलहाल मरकज को रमजान तक खोल दिया गया है, ताकि देश-विदेश से आने वाले लोग मरकज में नमाज अदा कर सकें. इसके अलावा जो भी जमात मरकज में आएगी उसको रहने की इजाजत नहीं दी गई है. वहीं, विदेशी जमात को नवाज करने की इजाजत दी गई है, वो भी तब जब अपना पहचान पत्र जमा करेंगे.
क्यों बंद किया था मरकज
हालांकि इस पूरे मामले को लेकर 21 अप्रैल को हाई कोर्ट में एक बार फिर से सुनवाई होनी है, जिसमें कोर्ट यह फैसला लेगा कि आखिरकार निजामुदीन मरकज को परमानेंट खोल दिया जाए या ना नहीं. निजामुद्दीन मरकज उस वक्त चर्चा में आया था, जब साल 2020 में तबलीगी जमात के कई लोग मरकज में कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. यहां पर देश के अलग-अलग राज्यों से जब आकर के लोग ठहरते हैं.
कोरोना दौरान मरकज पर महामारी फैलाने का आरोप लगा था, जिसके बाद मरकज को सील कर दिया गया था, तब से लेकर अब तक निजामुद्दीन मरकज बंद था लेकिन, शबे बरात के दिन दिल्ली हाई कोर्ट ने एक दिन के लिए कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मरकज को खोला था, जिसके बाद अब रमजान के लिए भी इसे खोल दिया गया है.
(सुशांत मेहरा की रिपोर्ट)
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