बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है. जहरीली हवा सेहत पर बुरा असर डाल रही है. इसकी वजह से कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में पॉल्यूशन बेस्ड क्लीनिक (Pollution-Related Illness Clinic) शुरू किया गया है. यहां प्रदूषण से संबंधित बीमारियों का अलग से इलाज किया जाएगा.
दोपहर 2 से 4 बजे तक चलता है क्लीनिक
ये साप्ताहिक क्लीनिक है जोकि हर सोमवार को दोपहर 2-4 बजे तक अस्पताल के Out-Patient Department यानी ओपीडी में चलाया जाता है. इस क्लीनिक को चलाने का उद्देश्य प्रदूषण से संबंधित सभी बीमारियों का एक ही जगह समाधान करना है. यहां 5 अलग-अलग विभागों के डॉक्टर्स इलाज के लिए मौजूद हैं. ये क्लीनिक सर्दियां खत्म होने तक चलाया जाएगा.
देश में अपनी तरह का पहला क्लीनिक
ये देश में अपनी तरह का पहला क्लीनिक है. हालांकि यहां मरीजों की संख्या बेहद कम है और इसलिए डॉक्टर्स लोगों को जागरुक करने का काम भी कर रहे हैं. नवंबर में अब तक AQI 'बहुत खराब' और 'गंभीर' श्रेणी में रहा है. इतना ज्यादा प्रदूषण होने पर स्वस्थ लोगों की तबियत भी बिगड़ सकती है और जो किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, उनपर गंभीर असर हो सकता है. इसलिए प्रदूषण से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए विशेष रूप से ओपीडी की जरूरत पड़ी है. प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ, दम फूलना, आंखों में जलन जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
प्रदूषण का हेल्थ पर बुरा असर
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, 21 नवंबर को दिल्ली का AQI 323 यानी 'बहुत खराब' श्रेणी में रहा. प्रदूषण की वजह से लोगों की सेहत खराब हो रही है. खासतौर पर इसका असर Respiratory सिस्टम पर देखने को मिल रहा है लेकिन आंखों, गले, चेहरे और मेंटल हेल्थ पर भी इसका बुरा असर हो रहा है. इसके अलावा लंबे समय तक वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने से तनाव, चिंता और डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ता है.
प्रदूषण के कारण लोगों को हो रही ये परेशानी
कफ
गले में खराश
नाक बहना
आंखों से पानी आना
आंखों में जलन
सांस लेने में तकलीफ