राम जी की नगरी आयोध्या को पर्यटन नगर बनाने की कोशिश जोर-शोर से चल रही है. जब से राम मंदिर का काम शुरू हुआ है उसके बाद से कई सारे ऐसे प्रोजेक्ट्स आए हैं जो वहां के टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए काफी हैं. श्रद्धालुओं को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह की योजनाओं पर काम किया जा रहा है. दीपोत्सव तक सरयू में क्रूज चलाने की बात भी चल रही है.इसके अलावा अयोध्या को एक अत्याधुनिक वैश्विक शहर की सुविधाएं देने के लिए, राम मंदिर परिसर क्षेत्र के आसपास के घरों की छतों पर Roof-top कैफे बनाए जाएंगे.
आसपास के क्षेत्रों का तेजी से हो रहा विकास
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए, अयोध्या के आयुक्त गौरव दयाल ने कहा कि मंदिर स्थल के आसपास के क्षेत्रों को ऐतिहासिक महत्व के साथ सजाया जाएगा. साथ ही जन्मभूमि पथ और भक्ति पथ पर आसपास के घरों में छत के ऊपर कैफेटेरिया बनाया जाएगा ताकि लोग आराम से वहां बैठकर खा पी सकें और रामलला को निहार सकें.उन्होंने कहा, "अयोध्या विकास प्राधिकरण इच्छुक लोगों को एजेंसियों के साथ एक कॉन्ट्रेक्चुअल अरेंटजमेंट के माध्यम से अपने घरों का सर्वेक्षण करने और छत पर कैफेटेरिया बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा."
क्या है योजना?
ADIA पैनल के माध्यम से आवश्यक अनुमतियां और संबंधित प्रक्रियाएं सरल हो जाएंगी. इन छत पर कैफेटेरिया/खुली हवा वाले रेस्तरां के माध्यम से, अयोध्या आने वाले भक्त राम मंदिर के मनमोहक दृश्यों को देख सकेंगे. भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ-साथ अयोध्या को उसकी पौराणिक महिमा के अनुरूप सजाया भी जा रहा है. इन सभी चीजों को लेकर जिले में विभिन्न विकासात्मक गतिविधियां चलाई जा रही हैं. अयोध्या के गृहस्वामियों की आमदनी बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन तमाम योजनाओं को जमीन पर उतारने जा रहा है. इसमें एक होम स्टे/पेइंग गेस्ट योजना भी शामिल है, जिसमें नगर के कई लोगों को जोड़ा जा चुका है. एक हजार गृहस्वामियों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. रूफ टॉप कैफेटेरिया भी इसी योजना के तहत होगी.