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Patna Metro Rail Project: पटना में अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए रूट आवंटित, इन जगहों पर खुलेंगे स्टेशन

पटना एमआरटीएस (Mass Rapid Transit System) के पहले चरण के तहत भूमिगत मेट्रो के निर्माण के लिए डीएमआरसी (Delhi Metro Rail Corporation) ने L & T को अनुमति दी है.

पटना में अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए रूट आवंटित, इन जगहों पर खुलेंगे स्टेशन पटना में अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए रूट आवंटित, इन जगहों पर खुलेंगे स्टेशन
हाइलाइट्स
  • तीन साल की अवधि के लिए आवंटित है परियोजना

  • 12 अंडरग्राउंड स्टेशनों का किया जाएगा निर्माण

कई शहरों में मेट्रों एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसके चलते राज्य सरकारें जगह-जगह मेट्रो का निर्माण कर रही हैं. बिहार की राजधानी पटना में अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए रूट आवंटित कर दिया गया है. इस रूट के तहत राजेंद्र नगर, मोइन-उल_हक स्टेडियम, पटना विश्वविद्यालय, पीएमसीएच, गांधी मैदान और आकाशवाणी में भूमिगत मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. 

तीन साल की अवधि के लिए आवंटित है परियोजना
मेट्रो रेल परियोजना को पूरा करने के लिए तीन साल की अवधि आवंटित की गई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत पटना के यूनिवर्सिटी साइंस कॉलेज कैंपस में भी मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा. लार्सन एंड टुब्रो कंस्ट्रक्शन के तहत भारी सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को हैंडल कर रहा है. पटना एमआरटीएस (Mass Rapid Transit System) के पहले चरण के तहत भूमिगत मेट्रो के निर्माण के लिए डीएमआरसी (Delhi Metro Rail Corporation) ने L & T को अनुमति दी है.

12 स्टेशनों का किया जाएगा निर्माण
पटना मेट्रो के नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत कम से कम 12 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा. ये स्टेशन पटना जंक्शन और बैरिया के बीच 1.5 किलोमीटर की दूरी पर होंगे. पटना जंक्शन के बाद इस परियोजना के तहत जिन स्टशनों पर विचार किया गया है उनमें आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय और प्रेमचंद रंगशाला शामिल हैं. राजेंद्रनगर, नालंदा मेडिकल कॉलेज, कुम्हरार और गांधी सेतु पर भी विचार किया गया है. जीरो माइल पटना बस स्टॉप और आईएसबीटी को भी शामिल किया गया है. फिलहाल आईएसबीटी से मलाही पकरी चौक तक एलिवेटेड मेट्रो का निर्माण किया जा रहा है.

दो कंपनियों को मिला है ठेका
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने पटना मेट्रो के फेज 1 के लिए लार्सन एंड टुब्रो और वाईएफसी-एमसीएल जेवी को दो महत्वपूर्ण निर्माण परियोजनाओं का ठेका दिया था. लार्सन एंड टुब्रो को लाइन -2 के 8 किलोमीटर के राजेंद्र नगर-पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन खंड का ठेका दिया गया था. इस खंड में छह भूमिगत स्टेशन शामिल थे. 14.05 किलोमीटर लाइन 2 का 8 किलोमीटर का हिस्सा पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन के साथ राजेंद्र नगर के पास एक रैंप में शामिल होगा. इस लाइन को ट्विन टनल और 6 अंडरग्राउंड स्टेशनों के जरिए जोड़ा जाएगा. दूसरा सिविल निर्माण अनुबंध वाईएफसी-एमसीएलजेवी द्वारा संभाला जा रहा है. यह कंपनी 4 किमी दानापुर-पाटलिपुत्र रैंप को संभालेगी. ये लाइन 1 पर 4 किलोमीटर मीठापुर रैंप-खेमनीचक एलिवेटेड स्टेशनों को भी संभालेगी.