प्रयागराज की बेटी मेजर फराह दीबा ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. फराह ने जैसलमेर से लोंगेवाला तक आयोजित 'बॉर्डर अल्ट्रा हेल रेस' में जीत हासिल कर फराह ने प्रयागराज का नाम रोशन कर दिया है. राजस्थान में आयोजित हुए इस दौड़ में फराह 15 घंटे तक लगातार दौड़ी. दो बच्चों की मां मेजर दीबा ने कहा कि दौड़ के दौरान उन्हें उल्टी और डिहाइड्रेशन हुआ, लेकिन मैंने हार नहीं मानी, और पहला 50 किमी 6:21:07 घंटे में पूरा किया. 40 साल की फराह दीबा राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की 6 यूपी गर्ल्स बटालियन की प्रशासनिक अधिकारी हैं.
आज़ादी का अमृत महोत्सव पर दौड़ में जीत हासिल करने का गर्व- फराह दीबा
जीत के बाद फराह ने कहा कि “मुझे आजादी के 75 साल (आज़ादी का अमृत महोत्सव) के मौके पर सीमा पर दौड़ने पर बहुत गर्व है. दरअसल ये दौड़ बहुत मुश्किल थी, इस दौड़ में सबसे बड़ी कमी डॉक्टरों का ना होना था. केवल 10 किमी की दूरी तय करने पर मुझे हाइड्रेशन शुरू हो गया था, साथ ही सर्दियों के दिन में रेगिस्तानी इलाके में हल्की गर्मी और रात में कड़ाके की ठंड भी काफी चुनौतीपूर्ण थी. मैं जब सड़क पर दौड़ रही थी तो कोई इंसान दिखाई नहीं दे रहा था. दौड़ जैसलमेर के गोल्डन सिटी से शुरू हुई और लोंगेवाला के युद्ध के मैदान में खत्म हुई
पाकिस्तान की सीमा के बहुत करीब से दौड़ी ये धावक
लोंगेवाला जैसलमेर जिले के पश्चिमी भाग में थार रेगिस्तान में एक सीमावर्ती शहर है. यह पाकिस्तान की सीमा के बहुत करीब है और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध (4-7 दिसंबर) के दौरान लोंगेवाला की लड़ाई के तौर पर याद किया जाता है. मेजर दीबा ने कहा कि 110 किमी की दूरी तय करने के बाद मेरे मोबाइल फोन और घड़ी ने भी मेरा साथ छोड़ दिया , लेकिन मेरा दिमाग लगातार मेरा साथ दे रहा था. इसी की बदौलत मैंने 16 घंटे के तय समय से पहले ही दौड़ पूरी कर ली.
फराह दीबा ने अगस्त 2021 में बेंगलुरु में आयोजित स्टेडियम दौड़ में भी जीत हासिल की थी. इस दौड़ में दीबा 12 घंटे तक लगातार दौड़ी थी. मेजर दीबा देश के कई प्रमुख लंबी दूरी की दौड़ लगातार दौड़ती रही हैं, जिसमें इंदिरा मैराथन भी शामिल है जो नवंबर में संगम शहर में आयोजित की जाती है.