रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. रूस लगातार यूक्रेन पर हवाई हमले कर रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने रूस-यूक्रेन संकट की स्थिति की समीक्षा करने के लिए कैबिनेट कमेटी की एक बैठक की. बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता यूक्रेन में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उनको भारत वापस लाना है.
अब तक 4000 भारतीय को निकाला जा चुका है
विदेश मंत्रालय ने बताया कि पीएम मोदी कुछ देर में रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भी इस बारे में बात करेंगे. विदेश सचिव ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में 4000 भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से भारत वापस लाया जा चुका है. दिल्ली में MEA कंट्रोल रूम को 980 कॉल और 850 ईमेल मिले हैं. यूक्रेन में स्थिति से निपटने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. वहीं रूसी हमले झेल रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि हम रूस के आगे नहीं झुकेंगे. यह हमारी मातृभूमि है और हम लड़ेंगे. यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेज़निकोव ने कहा कि जो कोई भी हथियार पकड़ने के लिए तैयार और सक्षम है, वह टेरिटोरियल डिफेंस फोर्स के रैंक में शामिल हो सकता है.
वैश्विक शांति के लिए खतरा बना यूक्रेन
वहीं पोलैंड ने भारत की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है. यूक्रेन संकट को लेकर भारत में पोलेंड के राजदूत एडम बुरकाउस्की ने आज तक से बातचीत की. उन्होंने कहा कि रूस का रुख बेहद आक्रामक है, हम यूक्रेन के साथ खड़ें हैं. उन्होंने कहा कि रूस इस समय वैश्विक शांति के लिए बड़ा खतरा बन चुका है. रूस के आक्रमण के बाद यूक्रेनी नागरिक अब पोलैंड की ओर भाग रहे हैं. हमले के बाद दर्जनों लोग गुरुवार को पोलैंड के मेड्यका कॉसिंग पर पहुंचे. उनके साथ सामान और बच्चे भी थे.