
सेपियन लैब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 18-24 वर्ष की उम्र के लोग परेशानी की ओर जाते जा रहे है. सेपियन लैब्स ने करीब 75000 भारतीय के ऊपर एक सर्वे किया था. यह सर्वे इंटरनेट के माध्यम से किया गया था.
सेपियन लैब्स की रिपोर्ट के अनुसार जो चीज़े भारतीय लोगों को परेशानी की ओर धकेल रही हैं उनमें फोन का अधिक इस्तेमाल, जंक फूड का खानपान, खराब पर्यावरण जैसी चीज़े शामिल हैं. साथ ही कई लोगों का अकेलापन भी उन्हें इस स्थिति में धकेल रहा है.
जिस रिपोर्ट में यह बातें की गई उसका नाम 'Mental State Of The World 2024' है. इसमें भारतीय युवाओं की परेशानियों का ज़िक्र किया गया है. इसमें बताया गया है कि युवा किस तरह खुद को रियलटी से दूर, बेफिज़ूल के ख्याल और दुखी महसूस करते हैं.
रिपोर्ट ने और क्या खुलासे किए
दरअसल सेपियन लैब्स एक अमेरिका आधारित NGO है. जो सर्वे इसने किया है वह सभी कॉन्टिनेंट्स में मौजूद 75895 भारतीय पर किया गया है. जिसके पास इंटरनेट की सुविधा मौजूद है.
रिपोर्ट से यह बात भी सामने आई कि जिस लोगों की उम्र थोड़ी ज्यादा है, उनकी ज़िदगी में परेशानियां उतनी नहीं है. जबकि कम उम्र के युवाओं की ज़िंदगी में परेशानियां ज्यादा देखने को मिलीं.
सर्वे का बड़ा खुलासा
सर्वे से यह जरूर पता लगा है कि स्मार्टफोन के आने से पहले लोगों की ज़िंदगी में परेशानियां कम थी. स्मार्टफोन को 2008 में लाया गया था. जिसके बाद लोगों की ज़िंदगी में परेशानियां बढ़ गईं. साथ ही उनकी मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ा.
जेन ज़ी पर पड़ेगा बड़ा असर
जेन ज़ी की पीढ़ी की मेंटल हेल्थ पर काफी जल्दी असर पड़ेगा. क्योंकि उनकी पैदाइश के समय से ही स्मार्टफोन मौजूद रहेंगे. और वह इनके संपर्क में जल्दी आएंगे. ऐसे में उनके लिए परेशानियां और दिक्कतें काफी ज्यादा रहेंगी. इस दौरान उनको संभाले की काफी ज्यादा जरूरत पड़ेगी.
साथ ही इस जनेरेशन के खानपान पर भी काफी ज्यादा देखभाल रखने की जरूरत होगी. क्योंकि इनके सामने जंक फूड के काफी ऑप्शन्स होंगे. ऐसे में इनकी देखभाल करने की काफी जरूरत होगी. पहले की जनरेशन के मुकाबले जेन ज़ी जनरेशन की मेंटल हेल्थ के मामले काफी ज्यादा देखने को मिल सकते हैं.