क्या आपने कभी किसी पद की निलामी होते सुनी है? शायद नहीं. दरअसल ओडिशा के बोलांगीर में ऐसा ही होता है. यहां 44.1 लाख रुपये में सरपंच पद की निलामी हुई. राज्य चुनाव आयोग ने इसके लिए जांच शुरू की है.
इससे पहले भी हुई नीलामी
पिछले कार्यकाल में भी सरपंच पद की नीलामी हुई थी, जिसे रीता बरिहा ने 7 लाख रुपये की बोली लगाकर जीत लिया था. इसमें से 4 लाख रुपये मंदिर ट्रस्ट के खाते में ट्रांसफर कर दिए गए थे और बाकी 3 लाख रुपये नकद भुगतान किए गए थे. चुनावी प्रक्रिया का मजाक उड़ाते हुए बलांगीर जिले के ग्रामीणों ने सोमवार को नामांकन शुरू होने से पहले एक भी वोट नहीं डाले जाने से पहले, ग्रामीणों के बीच सबसे अधिक बोली लगाने वाले को 'सरपंच' पद की नीलामी से पहले एक बैठक की.
नामांकन दाखिल करने के समय सामने आया मामला
दरअसल पूरा मामला बोलांगीर जिले के पुइंतला प्रखंड के बिलैसरदा पंचायत का है. फिर भी कथित नीलामी शुक्रवार को ग्राम सभा की बैठक में बिलैसरदा, बंदनाकाटा, कसूरपाली के तीन गांवों के ठेकेदारों और व्यापारियों सहित प्रमुख लोगों की उपस्थिति में हुई. पूरा मामला सोमवार को तब सामने आया जब नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया राज्य में सरपंचों, समिति सदस्यों और जिला परिषद सदस्यों के पद पर शुरू हुई.
पांच चरणों में होना है चुनाव
ओडिशा में तीन स्तरीय पंचायत चुनाव पांच चरणों में 16 फरवरी से 24 फरवरी तक होंगे. वहीं परिणाम 26, 27 और 28 फरवरी को घोषित किए जाएंगे. विशेष रूप से ग्राम सभा का आयोजन तीन गांवों के निवासियों द्वारा किया गया था. शुक्रवार को गांव जगन्नाथ मंदिर में जहां सरपंच पद के लिए कथित बोली लगाई गई थी. शुरुआत में चार उम्मीदवारों ने बोली प्रक्रिया में भाग लिया था, लेकिन उनमें से दो ने अपना नामंकन वापस ले लिया जब बोली लगाने वाले ने 21 लाख रुपये की बोली लगाकर कॉल शुरू की.
कलेक्टर ने मांगी रिपोर्ट
आखिरकार पेशे से ठेकेदार सरपंच उम्मीदवार सुशांत कुमार छेत्रिया 44,10,000 रुपये के साथ सबसे अधिक बोली लगाने वाले उम्मीदवार बने. चटरिया ने जगन्नाथ मंदिर के विकास के लिए 44,000 रुपये दान करने का भी वादा किया और इतनी ही राशि का भुगतान दो दिनों के भीतर किया जाएगा. इस बीच मीडिया रिपोर्टों से घटना का संज्ञान लेते हुए ओडिशा के राज्य चुनाव आयोग ने कल यानी 18 जनवरी, 2022 शाम 5 बजे तक सकारात्मक रूप से बोलनगीर के कलेक्टर से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.
मामले की जांच जारी
इंडिया टुडे से बात करते हुए बोलांगीर कलेक्टर चंचल राणा ने कहा कि एडीएम और संबंधित चुनाव अधिकारी द्वारा जांच की जा रही है. हमें कल ही इसकी खबर मिली और हमने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं. यदि ग्राम पंचायत अधिनियम के नियम 41 या 42 के तहत कोई उल्लंघन पाया जाता है तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी और इसकी सूचना चुनाव आयोग को दी जाएगी. अगर यह नामांकन और आदर्श आचार संहिता की जांच का उल्लंघन करता है तो इसपर कार्रवाई की जाएगी.