आजकल हर जगह अपराधियों का सॉफ्ट टारगेट बन रहे हैं बुजुर्ग. बीते दिनों आपने तमाम घटनाएं सुनी होंगी जिसमें घर में घुसकर किसी बुजुर्ग की हत्या कर दी हो या घर का सामान लूट लिया गया हो. ऐसे में इन बुजुर्गों की मदद के लिए एक मोबाइल एप बनाया गया जिसके जरिए इन्हें मदद मिल सके और ये घर बैठे अपने बारे में जानकारी दे सकें. आंकड़ों की मानें तो अभी तक 41486 लोगों ने सीनियर सिटिजन मोबाइल एप डाउनलोड किया है. मैनुअल और मोबाइल एप के जरिए पुलिस के पास पूरी दिल्ली के 42,478 बुजुर्ग सीनियर सिटिजन सेल में रजिस्टर्ड हैं.
इस एप को 2016 में लॉन्च किया गया था. यह एप अकेले रह रहे बुजुर्गों के लिए एक प्लेटफॉर्म है. इस एप का फायदा खासकर ऐसे लोग उठा रहे हैं जिनके बच्चे नौकरी के चलते या तो दूसरे शहर या फिर विदेश में जाकर बस गए हैं.
कैसे काम करता है एप?
इसकी खासियत यह है कि इमरजेंसी की हालत में एक यूनीक SOS बटन के जरिए कॉल करके आप अपनी रिक्वेस्ट को हेल्पलाइन नंबर-1291 पर ट्रांसफर कर सकते हैं. आपका मैसेज बीट कॉन्सटेबल और थाने के एसएचओ को आलमिंग मैसेज पहुंच जाता है. ऐसे में पुलिस की इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम पहुंच जाती है.
अगर आप इस एप पर रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं तो घर में रहने वाले बुजुर्ग काफी हद तक सेफ हैं. दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि पिछले साल सभी जिलों के अलग-अलग थाने में तैनात पुलिसकर्मियों ने अपने इलाके में रहने वाले बुजुर्गों के यहां 3 लाख से भी ज्यादा बार विजिट किया. इसके अलावा 5,15,800 बार उन्हें फोन करके उनका हाल चाल लिया गया. वहीं 700 बार पुलिस को सूचना मिली की बुजुर्ग परेशान है तो वो उनकी मदद के लिए पहुंची.
कैसे कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन
सीनियर सिटिजन सेल के नंबर 011-20819034 पर कॉल करके रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इसके अलावा जो बुजुर्ग सीनियर सिटिजन मोबाइल एप से या किसी अन्य कारणों की वजह से रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पा रहे हैं वो 1291 पर कॉल करके रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
अपने नजदीकी बीट अफसर, पुलिस स्टेशन या डीसीपी ऑफिस में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराएं
क्या रखें सावधानी
बुजुर्ग सबसे पहले अपने यहां काम करने वाले नौकर, ड्राइवर, हेल्पर या मेड का काम करने वालों का पुलिस वेरिफिकेशन जरूर कराएं. इसके अलावा घर पर सीसीटीवी कैमरे जरूर लगवाएं. किसी भी अनजान को घर में ना आने दें और की होल के जरिए नजर रखें.