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Good News! किडनी ट्रांसप्लांट के बाद औलाद पैदा करने वाले पहले कपल बने, जानें कैसे हुआ था शीतल और प्रवेद को प्यार

जब शीतल और प्रवेद का प्यार बढ़ने लगा तो दोनों ने शादी करने का फैसला लिया लेकिन, यह इतना आसान नहीं. दोनों के प्यार के बीच उनकी खराब किडनी ने उन्हें लगभग दो साल इंतजार कराया.

किडनी ट्रांसप्लांट के पांच साल बाद पैरंट्स बने कपल. किडनी ट्रांसप्लांट के पांच साल बाद पैरंट्स बने कपल.
हाइलाइट्स
  • किडनी का दर्द बांटते-बांटते एक दूसरे को दिल दे बैठे शीतल-प्रवेद

  • किडनी ट्रांसप्लांट के बाद माता-पिता बनने वाले पहले कपल

प्यार होने के लिए रोमांटिक जगह, सुहानी शाम और गुलाबों का होना जरुरी नहीं है. प्यार कहीं भी और किसी से भी हो सकता है. ऐसे ही एक कपल हैं शीतल और प्रवेद, जोकि आर.आर. हॉस्पिटल में एक दूसरे को दिल दे बैठे थे. दोनों ने दुखों के बीच अपने लिए सुख के दो पल तो तलाश ही लिए थे. दरअसल, दोनों की ही किडनी खराब थी और उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. शीतल दिल्ली की ही रहने वाली और प्रवेद जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं. ट्रांसप्लांट के बाद दोनों एक दूसरे का दुख बांटते और ऐसे एक दूसरे के बेहद करीब पहुंच गए. 

नवभारत टाइम्स की खबर के अनुसार जब दोनों का प्यार परवान पहुंचा तो दोनों ने शादी करने का फैसला लिया और आज उनकी शादी को दो साल पूरे हो चुके हैं. अब शीतल और प्रवेद की बच्ची भी है. वहीं, डॉक्टर ने बताया कि यह दोनों ऐसे कपल्स हैं, जो किडनी ट्रांसप्लांट के बाद माता-पिता बने हैं. शीतल ने बताया कि 2015 से वह डायलिसिस पर थीं. पिता आर्मी में थे, इसलिए दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल में इलाज हो रहा था. उन्होंने बताया कि 17 फरवरी 2016 को प्रवेद और 27 फरवरी 2016 को शीतल की किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. 

शादी के लिए दो साल किया इंतजार 

शीतल ने बताया कि उनके घर वाले भी प्रवेद को पसंद करते थे. हालांकि, डॉक्टर ने उन्हें एक-दो साल रुकने के लिए कहा था. उन्होंने बताया कि उन्होंने शादी के लिए इंतजार किया. समय निकलता गया और दोनों बेहतर होते गए और दोनों ने 23 नवंबर 2019 को शादी कर ली. शादी के एक साल बाद दोनों ने एक बच्चे को अपनी जिंदगी में लाने का फैसला किया. डॉक्डर की सलाह पर उन्होंने सारे फैसले लेने पड़ते थे. 

इन हालातों में हुआ बच्ची की जन्म 

शीतल ने बताया कि उनकी जिंदगी में परेशानियों का खत्म होना नहीं लिखा था. जब वह दिल्ली आए तो उन्हें और प्रवेद दोनों को ही कोरोना हो गया. इसके साथ ही शीतल का गाइनी का इलाज भी जारी था. उन्होंने बताया कि उनके पति को अस्पताल में भर्ती कराने की जरुरत पड़ गई थी, हालांकि दोनों ने ही कोरोना को मात दे दी थी लेकिन, इसके ठीक बाद शीतक को जॉन्डिस हो गया. इसी बीच उन्होंने अपनी बच्ची को भी जन्म दिया. 

शीतल बताती हैं कि उनकी बच्ची अब छह महीने की हो चुकी है और अब सबकुछ ठीक है. तीनों ही खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं. वहीं, डॉक्टर ने बताया कि यह पहला ऐसा मामला था जब दोनों का किडनी ट्रांसप्लांट होने के बाद भी वह माता-पिता बने. उन्होंने बताया कि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद एक महिला के लिए बच्चे को जन्म देना बेहद मुश्किल होता है, लेकिन शीतल ने यह कर दिखाया. 

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