scorecardresearch

एक ऐसा मंदिर जिसको मुस्लिम शासकों ने कई बार लूटा...लेकिन आज शिव की आस्था के प्रमुख स्थानों में से एक

सोमनाथ महादेव के इस मंदिर को इतिहास के मुताबिक 17 बार लूटा गया. आज के वक्त जो मंदिर नागर शैली का हमें दिख रहा है यह भारत की स्वतंत्रा के पश्चात 1948 उस वक्त के गृह मंत्री लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने बनवाया था.

हाइलाइट्स
  • इतिहास के मुताबिक 17 बार लूटा गया था मंदिर

  • पीएम मोदी हैं ट्रस्टी

ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग के मिलने के दावे के बाद आज आपको एक ऐसे मंदिर के बार में बताएंगे जिसे कई बार मुस्लिम शासकों के जरिए लूटा और तोड़ा गया. लेकिन आज भी वो शिव की आस्था और श्रद्धा का पहला स्थान माना जाता है. 

ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर अब जिला अदालत सुनवाई करेगी. वही, कमल, घंटे और सबसे महत्व शिवलिंग को लेकर जो तथ्य सामने आ रहे हैं ऐसे देश में कई मंदिर और शिवालय थे जिसे मुस्लिम शासकों के जरिए निशाना बनाया गया. ऐसा ही एक मंदिर है मिला है गुजरात के अरबी समुद्र के किनारे. सोमनाथ महादेव का ये मंदिर, 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. सोमनाथ मंदिर को कई बार लूटा गया. इतिहास भी इस बात का कई बार गवाह रहा है कि जो भी मुस्लिम शासक आए उन्होंने इस मंदिर को बार बार लूटा. इतिहास में कभी सोने से लदा हुआ ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर वक्त-वक्त पर विदेशी लोगों के जरिए लूटा गया था. कभी इसे मोहम्मद गजनबी ने लूटा था, तो कभी अलाउद्दीन खिलजी जैसे तानाशाह ने मंदिर को तोड़ा. महमूद गजनबी ने सन 1024 में अपने करीब 5000 साथियों के साथ सोमनाथ मंदिर पर हमला किया था और मंदिर में सोने, चांदी, हीरा और अमूल्य  चमकीले पत्थरों की संपत्ति को लूट कर पूरी तरह से नष्ट कर दिया था. जिसके बाद गुजरात के राजा भीम और मालवा के राजा भोज ने इसका पुननिर्माण करवाया था और 1297 में दिल्ली सल्तनत में गुजरात पर कब्जा किया तो पांचवी बार इस मंदिर को गिरा दिया गया.

आखिरी बार मुगल बादशाह औरंगजेब ने इस मंदिर को 1706 में गिराया. सोमनाथ महादेव के इस मंदिर को इतिहास के मुताबिक 17 बार लूटा गया. आज के वक्त जो मंदिर नागर शैली का हमें दिख रहा है यह भारत की स्वतंत्रा के पश्चात 1948 उस वक्त के गृह मंत्री लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने बनवाया जिसे 1 दिसंबर 1955 को भारत के राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने राष्ट्र को समर्पित किया था जिसके बाद मंदिर को बढ़ाया गया और गर्भगृह के साथ दो मंडपों को जोड़ा गया. इस मंदिर के दो मंडप के साथ 1995 में शकंर दयाल शर्मा ने राष्ट्र को समर्पित किया था जिसे अब सोने से सजाया जा रहा है.

अयोध्या में बाबरी मस्जिद की जगह पर भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बनाया जा रहा है. काशी में ज्ञानवापी को लेकर कोर्ट में मामला चल रहा है. वहीं सोमनाथ में मुस्लिम शासक के जरिए नष्ट करने बाद अब मंदिर को एक बार फिर उसका स्वर्ण इतिहास दोहराया जा रहा है. दरअसल एक बार फिर स्वर्ण कलशों से जगमगाता हुआ  मंदिर के ऊपर बने 1457 कलश को सोने से मढ़ने का काम शुरु कर दिया गया है. अब तक सोमनाथ मंदिर के ऊपर बने कलश को सोने से मढ़ा जा चुका है जिसमें अब तक 700 से अधिक सोने के कलश को लगा दिया गया है. 

आज सोमनाथ मंदिर के ट्रस्ट के ट्रस्टी खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं. उन्हीं के मार्गदर्शन में सोमनाथ मंदिर को एक बार फिर सोने से मढ़ा जा रहा है. सोमानथ मंदिर के ट्रस्टी पी.के.लहरी का कहना है कि सोमनाथ मंदिर को नए स्वरूप में ठीक है ऐसे ही सजाया जा रहा है जैसे आज से 1000 साल पहले यह मंदिर था. सोमनाथ मंदिर को अब पूरी तरह सोने के कलश से मढ़ा जा रहा है. सोमनाथ मंदिर के गर्भ गृह के साथ-साथ अब मंदिर में लगे तोरण और खंभों को भी धीरे-धीरे सोने से मढ़ा जाएगा. यह मंदिर वैसा ही वैभवशाली हो जाएगा जैसा आज से कई हजार साल पहले था जिसके तहत पहले चरण में यहां पर जो दाताओं ने दान दिया उसके जरिए सोमनाथ मंदिर के अंदर के गर्भ गृह को पूरी तरह से सोने से मढ़ा गया.