भारत की राजधानी दिल्ली में लाल बहादुर शास्त्री नेशनल मेमोरियल ट्रस्ट ने 5 अप्रैल, 2022 को 28वें मेमोरियल व्याख्यान का आयोजन किया गया. इस वर्ष का लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल व्याख्यान प्रतिष्ठित आध्यात्मिक गुरु और "द आर्ट ऑफ लिविंग" के संस्थापक श्री श्री रवि शंकर जी को "शांति और स्थिरता के लिए आध्यात्मिक मूल्य " पर दिया.
मिसाइलों पर खर्च करने के बजाए शिक्षा पर करें खर्च
श्री श्री रविशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा,"युद्ध लोगों के दिमाग में उत्पन्न होते हैं, हथियार में नहीं. युद्ध का स्रोत मन है. किसी भी राष्ट्र की समृद्धि शांति पर निर्भर करती है. अगर आज सभी देश मिसाइलों पर जितना खर्च करते हैं उसका 0.01% शांति शिक्षा पर करें तो दुनिया एक बेहतर जगह बन जाएगी." मौजूदा स्थिति में दुनिया के लिए पैदा हो रही नयी चुनौती के बारे में उन्होंने कहा, "आज कोविड-19 के बाद दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती मानसिक स्वास्थ्य है. इस मुद्दे को संबोधित करने की अत्यधिक आवश्यकता है."
नकारात्मक भावनाओं से निपटने में मदद करता है योग
आध्यात्मिक गुरु के मुताबिक व्यक्तिगत शांति के बिना विश्व शांति असंभव है. योग, ध्यान और अध्यात्म अभ्यास नकारात्मक भावनाओं से निपटने में मदद कर सकते हैं. योग और ध्यान लोगों को दूसरों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील बनने में सक्षम बनाता है. दुनिया भर में कई संघर्षों को हल करने में आध्यात्मिकता के मूल्य को प्रमाणित किया गया है.