
श्रीनगर, मनाली और शिमला सहित उत्तर भारत के कई शहर इस समय बर्फबारी अनुभव कर रहे हैं. आसमान से रुई की तरह गिरने वाली बर्फ जहां सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती है, वहीं बेकाबू मौसम कई बार जानलेवा भी साबित हो सकता है. पंजाब से कश्मीर गए कुछ सैलानियों ने खुद को एक ऐसी ही स्थिति में पाया जब भारी बर्फबारी के कारण वे श्रीनगर-सोनमर्ग हाइवे पर फंस गए.
इन सैलानियों के लिए यह सपने जैसा सफर एक बुरे ख्वाब में बदल सकता था, लेकिन कश्मीर के गुंड में बनी एक मस्जिद ने इन सैलानियों को पनाह देकर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम की है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
सोनमर्ग से लौटते हुए बर्फबारी में फंसे
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को सोनमर्ग से लौटते समय पंजाब के करीब 12 पर्यटक बर्फबारी में फंस गए. उनकी गाड़ी बर्फ में फंस गई थी. आस-पास कोई होटल नहीं था. और इलाके के सभी घर उन्हें रखने के लिए बेहद छोटे थे. ऐसे में गुंड निवासियों ने जामिया मस्जिद के दरवाजे खोल दिए. और पर्यटकों को रात भर वहां रुकने की अनुमति मिल गई.
स्थानीय निवासी बशीर अहमद ने कहा, "यह सबसे अच्छा संभव समाधान था क्योंकि मस्जिद में हमाम है, जो पूरी रात गर्म रहता है." गौरतलब है कि गुंड में जामिया मस्जिद गगनगीर में आतंकवादी हमले के स्थल से 10 किलोमीटर से भी कम दूरी पर मौजूद है. यहां इस साल अक्टूबर में छह लोग मारे गए थे. इनमें पांच प्रवासी मजदूर और एक स्थानीय डॉक्टर शामिल था.
सोशल मीडिया पर वायरल है वीडियो
मस्जिद के अंदर रात बिताने वाले पर्यटकों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. पर्यटकों ने स्थानीय लोगों की मदद के लिए उनका आभार व्यक्त किया. उनमें से एक ने कहा, "हम बर्फ में फंस गए थे और आप हमारी मदद के लिए आए. हम आप सभी के बहुत शुक्रगुजार हैं."
एक अन्य पर्यटक ने कहा, "हर किसी को कश्मीर की मेहमाननवाज़ी का अनुभव करने के लिए यहां आना चाहिए. यहां हर कोई दयालु है और यहां आना सुरक्षित है. धरती के इस स्वर्ग पर जरूर आएं."
मीरवाइज़ ने की तारीफ़
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने इस कदम के लिए गुंड के लोगों की सराहना की. उन्होंने कहा कि भारी बर्फबारी के बीच फंसे पर्यटकों के लिए कश्मीरियों का अपनी मस्जिदों और घरों को खोलना दिल छू लेने वाला है.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "गर्मजोशी और इंसानियत का यह कदम मेहमाननवाज़ी और जरूरत के समय दूसरों की मदद करने की हमारी पुरानी परंपरा को दिखाता है." इस बीच, श्रीनगर-जम्मू हाइवे और दूधपथरी जैसे पर्यटन स्थलों पर कई पर्यटक भारी बर्फबारी के कारण फंस गए. सभी फंसे हुए पर्यटक शिकायत नहीं कर रहे थे.
हरियाणा के एक पर्यटक ने कहा, "ठंड के कारण कार का इग्निशन काम नहीं कर रहा है और हमें इसे धक्का देना पड़ रहा है. लेकिन यह ठीक है; हम इसका आनंद ले रहे हैं." वह काजीगुंड में घर जाने के लिए मंजूरी का इंतजार कर रहे थे. पुलिस और नागरिक प्रशासन ने फंसे हुए पर्यटकों तक पहुंचना शुरू कर दिया है, उन्हें गर्म पेय और अन्य आवश्यक चीजें उपलब्ध कराई हैं.