1970 के दशक के अंत में भारत के पहले सैशे शैम्पू वेल्वेट को लॉन्च करने वाले एक व्यवसायी परिवार में जन्मे, सीके कुमारवेल (CK Kumaravel) ने बड़े भाइयों सीके राजकुमार के अंडर में रहकर काम किया. पिता की मौत के बाद भाइयों ने बिजनेस संभाला. एक दिन कुमारवेल को एहसास हुआ और उनके अंदर ये सवाल आया कि क्या मैं रंगनाथन का साया हूं? या मैं राजकुमार का साया हूं? क्या मेरे पास अपना कोई कौशल नहीं है?
उस समय वह रंगनाथन के साथ थे, जो इस समय 1100 करोड़ रुपये की कंपनी कैविंकेयर (Cavinkare) के मालिक हैं. वो इस समय चिक शैम्पू और मीरा हर्बल पाउडर की मार्केटिंग संभाल रहे हैं.
भाइयों के व्यापार के लिए अलग-अलग दृष्टिकोण थे. “रंगनाथन एक कंपनी बनाना चाहते थे. वह एक बेहतरीन दिमाग वाले व्यक्ति की तलाश में थे. अपनी शादी के बाद, उन्होंने स्वयं से कुछ करने की योजना बनाई. यह वर्ष 2000 था, उन्होंने अपनी पत्नी वीणा कुमारवेल के साथ मिलकर एक व्यावसायिक उद्यम शुरू करने का फैसला किया. इस व्यवसाय के तहत वह अन्य महिलाओं को भी आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की ओर संकल्पित थे.
कहां-कहां है व्यापार?
साल 2000 में शुरू किया गया, नेचुरल्स (Naturals)वर्तमान में 680 ब्यूटी सैलून संचालित करता है, जिनमें से 220 तमिलनाडु में और 50 प्रत्येक आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में हैं. बाकी देश के अन्य हिस्सों में स्थित हैं. वेंचर ने चौथे साल से मुनाफा कमाना शुरू किया. कुमारवेल कहते हैं, "मेरा लक्ष्य 3000 सैलून, 1000 महिला उद्यमियों और 50,000 नौकरियों का सृजन करना है." महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के उनके दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, उनकी कंपनी में 189 महिला फ्रेंचाइजी हैं और अब तक 5500 नौकरियां प्रदान की हैं.
पत्नी ने दिया आइडिया
उनकी पत्नी, नेचुरल्स की सह-संस्थापक, वीणा ने पहले कुछ सैलून को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, क्योंकि कुमारवेल अपनी पिछली कंपनी, नेचर केयर प्रोडक्ट्स को बंद करने की कोशिश कर रहे थे, जिसे उन्होंने 1993 में रंगनाथन छोड़ने के बाद शुरू किया था. नेचर केयर ने एक सफल ब्रांड रागा हर्बल पाउडर लॉन्च किया, लेकिन लाभ पर चल रही कंपनी ने अधिक उत्पादों में विविधता लाने और गैर-दक्षिण बाजार में विस्तार करने के बाद घाटा कम करना शुरू कर दिया.
अपने असफल उद्यम पर विचार करते हुए, कुमारवेल कहते हैं, “फाइनेंस, मार्केटिंग, सेल्स और प्रोडक्शन व्यवसाय के चार पहिये हैं. मैंने सेल्स और मार्केटिंग पर फोकस किया लेकिन फाइनेंस का पहिया बैठ गया. पहिया ठीक करने और यात्रा पर जाने के बजाय, मैं कार से ही उतर गया.”आखिरकार कुमारवेल ने कंपनी को अपने भाई रंगनाथन को बेच दिया.
समझ आए ये तीन क्षेत्र
अपनी पत्नी की इच्छा से शुरू किए गए बिजनेस आइडिया पर कुमारवेल ने लगभग दो दशकों तक काम किया और अथक परिश्रम के बाद कुमारवेल के नेचुरल्स सैलून ने उद्योग के विकास और परिवर्तन के मामले में एक महान स्थान हासिल किया है. कभी प्रतिबंधित उद्योग माने जाने वाले इस उद्योग ने न केवल कुमारवेल के प्रयासों के कारण बल्कि जेनेलिया डिसूजा और करीना कपूर जैसी बॉलीवुड हस्तियों से मिली पहचान के कारण भी प्रसिद्धि प्राप्त की है. कुमारवेल ने हेयरड्रेसर और स्टाइलिस्ट के पेशे में महिलाओं के लिए अनंत अवसरों के द्वार खोले, जिसके लिए वे प्रशंसा की पात्र हैं.
काफी रिसर्च के बाद उन्हें तीन क्षेत्रों में सफलता के अपार अवसर दिखे. इसमें एक था प्रीस्कूल, दूसरा बुटीक और तीसरा सैलून. ये तीन विकल्प उनके सामने थे. काफी सोच-विचार के बाद उनकी पत्नी ने उन्हें सैलून व्यवसाय को चुनने को कहा और फिर दोनों ने सस्ती दरों पर उच्च गुणवत्ता वाले सुविधाओं के साथ अपने ब्रांड नेचुरल लॉन्च किए. उस समय, गुणवत्ता सैलून सेवाएं केवल पाँच सितारा होटलों में उपलब्ध थीं, जिससे यह आम लोगों की पहुंच से बाहर थी.
बना दी सबसे बड़ी सैलून चेन
व्यवसाय के पहले छह साल तो घाटे को कम करने में ही निकल गए. कुमारवेल ने अपनी सैलून चेन के विस्तार के लिए बैंकों से संपर्क किया, लेकिन उनमें से अधिकांश ने सैलून व्यवसाय को अनुचित मानते हुए इसे ठुकरा दिया. हालांकि, उन्होंने अपने प्रयासों को जारी रखा जब एक बैंकर ने सैलून उद्योग में विश्वास की कमी के बावजूद रिपेमेंट पर भरोसा किया. छह साल की लगातार मेहनत के बाद नेचुरल्स सैलून की कुल छह शाखाएं खुली और वह चेन्नई की सबसे बड़ी सैलून चेन बन गई. आज नैचुरल सैलून की 680+ शाखाएं, 10000 + कर्मचारी और 400+ महिला उद्यमी हैं.