आगरा का ताजमहल सात अजूबों में से एक है जिसे देखने दुनिया भर से पर्यटक आगरा आते हैं. लेकिन फरवरी के महीने में पर्यटकों को आगरा के सुंदर ताजमहल के साथ-साथ ताज महोत्सव का लुत्फ उठाने का भी मौका मिलता है. सालों से आगरा में ताजमहल के पास फरवरी के महीने में ताज महोत्सव का आयोजन किया जाता है मगर इस बार का ताज महोत्सव बेहद खास है. ताज महोत्सव को भव्य बनाने के लिए आगरा नगर निगम कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है.
इस साल की थीम है संस्कृति और समृद्धि. ताज महोत्सव में आए मेहमानों को भारत की संस्कृति के साथ-साथ समृद्धि भी देखने को मिले इसलिए अलग-अलग राज्यों से लगभग 50 जनपदों से शिल्पकारों को और कारीगरों को राज महोत्सव में बुलाया गया है. One District One Product के तहत लगे हुए स्टॉल्स पर्यटकों को काफी लुभा रहे हैं.
प्लास्टिक फ्री महोत्सव
ताज महोत्सव में मनोरंजन से लेकर खाने-पीने के साथ-साथ सजावट में भी विशेष ध्यान दिया गया है. अलग-अलग रंग की पतंग और कागज से बने हुए फूलों से सजावट की गई है. कोशिश यह की गई है कि ताज महोत्सव को पर्यावरण के तहत अनुकूल बनाने के लिए किसी भी प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल किसी भी स्टॉल में न किया जाए. पर्यटकों को जो भी सामान दिया जाए वह कपड़े के थैले में दिया जाए.
सबको भव्य बनाने के लिए शहर के अलग-अलग कोनों में अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. ताज महोत्सव देखने आए दर्शक और पराठा हॉट एयर बैलून राइड का भी लुत्फ उठा सकते हैं और आसमान से खूबसूरत ताजमहल और आगरा को देख सकते हैं.
आगरा में यमुना आरती
ताज महोत्सव में इस बार सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है वह है हाथी घाट में होने वाली यमुना की महाआरती. इस महा आरती के लिए महीनाभर पहले से यमुना घाट की सफाई शुरू कर दी है. पूरे हाथी घाट को सुंदर फूलों से सजाया गया है. हर शाम 7:00 बजे आगरा के निवासी और ताज महोत्सव देखने आए पर्यटक यमुना आरती का हिस्सा बन रहे हैं.
पहली बार यमुना नदी की आरती आगरा में हो रही है. यह आरती बनारस हरिद्वार और ऋषिकेश में होने वाली गंगा नदी की आरती के तर्ज पर कराई जा रही है हालांकि यह आरती यमुना नदी पर केवल 11 दिन के लिए ही होगी जब तक ताज महोत्सव चलेगा.