
टाटा मैराथन 2025 में बड़ी संख्या में लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया. इसे एशिया के सबसे लोकप्रिय मैराथनों में से एक माना जाता है. वहीं, मैराथन के 50 साल पूरे होने पर शाम को वानखेड़े स्टेडियम में समारोह का आयोजन किया गया है. जिसके तमाम दिग्गज शामिल होने वाले हैं.
इनमें सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी जैसे तमाम नाम शामिल हैं. सेहत के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हुए इस आयोजन को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने हरी झंडी दिखाई. मैराथन में 50 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए हैं. इतना ही मैराथन में दिव्यांगों ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं.
इस मैराथन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का विशेष ध्यान रखा गया. साथ ही दौड़ में भाग लेने के लिए देश-विदेश से कई प्रतिभागी मौजूद रहे. प्रतिभागियों की सुविधा के लिए हर 2 किलोमीटर पर मेडिकल टीम को तैनात किया गया.
किस तरह मुहैया कराई गई मेडिकल सुविधा
मेडिकल सुविधा के लिए डॉ. ऐजाज अशाई, स्पोर्ट सेल ऑफ इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजिथेरापिस्ट के अध्यक्ष हैं. उन्होंने इस चीज का कार्यभार संभालने के लिए दिया गया था कि दौड़ के दौरान अगर किसी प्रतिभागरी को मेडिकल हेल्प की जरूरत पड़े, तो वह उसे जल्द से जल्द मिल सके.
कौन-कौन थे मेडिकल टीम में
क्विक रिस्पॉन्स टीम में अनुभव रखने वाले फिजियोथेरापिस्ट और मेडिकल स्टाफ मौजूद था. यह टीम डॉ संजीव झा और डॉ. रुचि वारशने के नेतृत्व में गठित की गई थी. मैराथन के रूट पर मेडिकल टीम की मौजूदगी ने दिखाया कि किस प्रकार किसी भी प्रकार की एमरजंसी में टीम तत्पर कार्य कर सकती है.
क्या बोले डॉ. अशाई
अपनी भूमिका पर कहते हुए डॉ. अशाई ने कहा कि टाटा मुंबई मैराथन 2025 के लिए क्विक रिस्पॉन्स टीम का नेतृत्व करने का अवसर पाकर वह सम्मानित महसूस कर रहे हैं. हर प्रतिभागी के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पेशेवरों के ऐसे समर्पित और कुशल समूह के साथ काम करना एक अविश्वसनीय अनुभव रहा.