तेजस्वी और रेचेल(अब राजेश्वरी यादव) ने दिल्ली में गुपचुप तरीके से शादी कर ली. इसको लेकर पूरे बिहार में चर्चा का बाजार गर्म है. बीजेपी, जदयू और बाकी पार्टियों के लोग जहां तेजस्वी को बधाई दे रहे हैं, वहीं तेजस्वी के मामा घर के लोग यानि लालू के ससुराल पक्ष के लोग काफी नाराज हैं.
'समाज के माथे पर लगाया कलंक'
शुक्रवार को मामा साधु यादव ने कहा था कि तेजस्वी ने क्रिश्चियन लड़की से शादी कर समाज के माथे पर कलंक लगा दिया है. जाहिर है कि लालू परिवार और उनके ससुराल वालों के बीच लंबे समय से तल्खी चल रही है लेकिन, साधु यादव का ये बयान बड़ा झटका देने वाला था. इस पर शनिवार के तेज प्रताप ने ट्वीट कर जवाब दिया. तेज प्रताप ने भोजपुरी में ट्वीट कर जवाब दिया.
तेज प्रताप ने लिखा-"रुकऽअ हम आऽवतानी बिहार तऽ गर्दा उड़ाऽव तानी तोहार..! बुढ़-बुजुर्ग बाड़ऽअ, तनिक औक़ात में रहल सिखऽ। पाजामा से बाहर आऽवल के कौनो ज़रूरत नईखे..!"(रुको मैं बिहार आ रहा हूं तो तुम्हारा गर्दा उड़ाता हूं. बूढ़े बुजुर्ग हैं...थोड़ा औकात में रहना सिखिये. पायजामा से बाहर आने की कोई जरूर नहीं है).
रुकऽअ हम आऽवतानी बिहार तऽ गर्दा उड़ाऽव तानी तोहार..!
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) December 11, 2021
बुढ़-बुजुर्ग बाड़ऽअ, तनिक औक़ात में रहल सिखऽ। पाजामा से बाहर आऽवल के कौनो ज़रूरत नईखे..!
क्या कहा था साधु यादव ने?
साधु यादव ने कहा था-"तेजस्वी ने क्रिश्चियन लड़की से शादी करके समाज के माथे पर कलंक लगा दिया. हमारा यदुवंशी समाज इस को कबूल नहीं करता है. तेजस्वी ने अपनी सभी बहनों की शादी यादव समाज में कराई लेकिन खुद क्रिश्चियन लड़की से शादी कर ली जिसकी इजाजत हमारा समाज नहीं देता है. वोट चाहिए यादव का और शादी करेंगे क्रिश्चियन से? तेजस्वी को अब चंडीगढ़ और केरल में जाकर क्रिश्चियन समाज के लोगों का वोट मांगना चाहिए. बिहार में उनके लिए अब क्या बचा है? अगर तेजस्वी जाति को नहीं मानते हैं तो फिर जातिगत जनगणना का सवाल क्यों उठा रहे हैं?"
किसी भी सच्चे प्यार में बिना शर्त के सम्मान होता है। आपको शादी के लिए धर्म बदलने की जरूरत क्यों पड़ी? अगर आप किसी से सच्चा प्यार करते हैं तो उसे उसकी शर्तों पर स्वीकार करें। प्रेम, जीवन, समाज और राजनीति में तुष्टीकरण दुर्भाग्यपूर्ण है। आप युवा है, बुरा मत मानना। खुश रहो🙏 (2/2)
— Nikhil Anand (@NikhilAnandBJP) December 11, 2021
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी नेता निखिल आनंद ने कहा कि ट्वीट कर लिखा-"मैं आपके पसंद की लड़की से शादी करने के साहस व प्रतिबद्धता की सराहना करता हूं. आपको और आपकी पत्नी को बहुत सुखी निजी-पारिवारिक जीवन की शुभकामनाएं देता हूं. काश आप थोड़ा हिम्मत कर पत्नी का धर्म- नाम बदलने के दबाव में नहीं आते. किसी भी सच्चे प्यार में बिना शर्त के सम्मान होता है. आपको शादी के लिए धर्म बदलने की जरूरत क्यों पड़ी? अगर आप किसी से सच्चा प्यार करते हैं तो उसे उसकी शर्तों पर स्वीकार करें. प्रेम, जीवन, समाज और राजनीति में तुष्टिकरण वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है".