नोएडा में अवैध रूप से बनाए गए सुपरटेक ट्विन टावरों (Supertech Twin Tower )को गिराने के लिए परीक्षण विस्फोट किया गया. एडिफिस इंजीनियरिंग और जेट डिमोलिशन को नोएडा प्राधिकरण द्वारा शामिल किया गया और आस-पास रहने वाले लोगों को घर के अंदर रहने के लिए कहा गया. टेस्ट ब्लास्ट से पहले सायरन बजाया गया.
दोनों इमारतें नोएडा के सेक्टर 93A में स्थित हैं और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के करीब हैं. जहां एक टावर की ऊंचाई 103 मीटर है, वहीं दूसरे की ऊंचाई करीब 97 मीटर है. दोनों टावरों का बिल्ट-अप एरिया करीब 7.5 लाख वर्ग फुट है.
यह परीक्षण विस्फोट दो मंजिलों पर किया गया और बेसमेंट में और 14वीं मंजिल पर पिलर्स लगाए गए. आस-पास लोगों की सुरक्षा के लिए, सेना और पुलिस को तैनात किया गया. इस क्षेत्र के सभी निवासियों को अपने-अपने घरों के अंदर रहने के लिए कहा गया था.
कोर्ट का आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल अगस्त में सेक्टर 93ए में स्थित ढांचों को गिराने का आदेश दिया था. कोर्ट का कहना था कि निर्माण के दौरान न्यूनतम दूरी की आवश्यकता का उल्लंघन किया गया है और यूपी अपार्टमेंट अधिनियम के तहत फ्लैट मालिकों की सहमति के बिना अवैध रूप से बनाया गया था.
17 जनवरी को, सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा प्राधिकरण द्वारा अंतिम रूप दिए गए विध्वंस एजेंसी, एडिफिस इंजीनियरिंग और जेट डिमोलिशन के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी थी. सुपरटेक ने एजेंसी के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए.
22 मई को किया जाएगा ध्वस्त
ट्विन टावर को धवस्त करने का काम 22 मई को पूरा किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक इसे केवल 3 सेकेंड में धवस्त कर दिया जाएगा, जिसमें 5 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल होगा.
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