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Paperless से लेकर फ्री WiFi तक... 73 साल में पहली बार बदला बदला नजर आया Supreme Court का Courtrooms

गर्मी की छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट खुल गया है. लेकिन इस बार सुप्रीम कोर्ट का कोर्ट रूम बदला-बदला नजर आ रहा है. सुप्रीम कोर्ट की पहली 3 कोर्ट ग्रीन हाईटेक कोर्ट बनी है. इसमें काम पेपरलेस होगा. कानून से संबंधित किताबों की जगह एक डिजिटल लाइब्रेरी ने ले ली है.

सुप्रीम अदालत की पहली 3 कोर्ट ग्रीन हाईटेक कोर्ट बनी है सुप्रीम अदालत की पहली 3 कोर्ट ग्रीन हाईटेक कोर्ट बनी है

73 साल के इतिहास मे पहली बार सुप्रीम कोर्ट का कोर्ट रूम हाईटेक नजर आ रहा है. जजों का डेस्क टेक फ्रेंडली हो गया है. अब तक जजों का डेस्क पिटिशन फाइलों से भरा रहता था, लेकिन आज से इसमें बड़ा बदलाव हुआ है. कोर्ट रूम तकनीकी सुविधाओं से लैस हो गया है.

हाईटेक कोर्ट रूम-
सुप्रीम कोर्ट में हाईटेक शुरुआत को चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की नई पहल के तौर पर देखा जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट की पहली 3 कोर्ट ग्रीन हाईटेक कोर्ट बनी है. इसमें डिजिटल स्क्रीन, वाईफाई कनेक्टिविटी, एडवांस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधाएं शुरू की गई हैं. चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि वकीलों के पास अब और ज्यादा जगह होगी. कोर्ट रूम 1 से 5 तक वाईफाई लैस हैं. बार रूम और कोर्ट के गलियारों में भी वाईफाई कनेक्टिविटी होगी.

एडवांस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा-
अदालतों के कोर्ट रूम में बड़े एलसीडी लगाए गए हैं. कोर्ट रूम में टेक्नोलॉजी संचालित पहल की गई है. इसमें कम्युनिकेशन के लिए अत्याधुनिक डिजिटल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सिस्टम लगाया गया है. इसके अलावा भी कई तरह से तकनीकी सुविधाएं दी गई हैं. यह सिस्टम रिमोट पार्टिसिपेशन और वर्चुअल बैठकों को सक्षम करेगी. इससे अदालती कार्यवाही की कनेक्टिविटी और पहुंच बढ़ेगी.

साउंड इंफोर्समेंट सिस्टम की सुविधा-
इसके अलावा कोर्ट रूम में शानदार ऑडियो क्वालिटी और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए एक साउंड इंफोर्समेंट सिस्टम लगाया गया है. इसमें हाउस स्पीकर्स के सामने फ्लश माउंड, टेबल के नीचे स्पीकर और एम्लीफायर शामिल है.

दस्तावेज साझा करने के लिए कैमरा-
अदालत में बहस के दौरान वकीलों को नए दस्तावेज जजों को सौंपने की जरूरत नहीं है. दस्तावेज सामग्री को साझा करने के लिए कोर्ट में एक डॉक्यूमेंट कैमरा लगाया गया है. यह कैमा दस्तावेजों को कैप्चर करने और उसको रियल टाइम डिस्प्ले करने में सक्षम है. इससे महत्वपूर्ण कानूनी सामग्री और साक्ष्य को साझा करने की सुविधा मिलती है. पहले बहस के दौरान अगर वकील कोई नया दस्तावेज सौंपता था तो उसे जजों के सामने पेश किया जाता था. लेकिन अब वकीलों को ऐसा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. कैमरे की मदद से दस्तावेज जजों तक पहुंच जाएंगे.

परिसर में फ्री वाईफाई सुविधा-
सुप्रीम कोर्ट में वकीलों, पत्रकारों और दूसरे हितधारकों के लिए मुफ्त वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई है. सुप्रीम अदालत ने ये कदम ई-पहल के तहत उठाया है. फिलहाल ये ये सुविधा चीफ जस्टिस के कोर्टरूम, कोर्ट नंबर 2 से 5 तक उपलब्ध होगी. इसमें कॉरिडोर और सामने प्लाजा, प्लाजा कैंटीन और प्रेस लाउंज I और II के सामने दोनों वेटिंग एरिया शामिल हैं. SCI_WiFi पर लॉग इन करके इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है. यूजर्स को अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा, ओटीपी प्राप्त करना होगा और प्रमाणीकरण के लिए इसका उपयोग करना होगा.

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