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Arunachal District got Road: खत्म हुआ 75 सालों का इंतजार, अरुणाचल प्रदेश के इस जिले तक अब पहुंची सड़क

चीन बॉर्डर से सटे अरुणाचल के ताली कस्बे में आजादी के 75 सालों बाद सपनों की सड़क मिली है, जिसके बन जाने से ताली कस्बे को विकास के पंख लग चुके हैं. सड़क बन जाने की खुशी हर चेहरे पर झलक रही है, तो वही सामरिक दृष्टि से सीमा पर तैयार हो चुके इस सड़क को बेहद अहम माना जा रहा है.

चीन बॉर्डर से सटे अरुणाचल के ताली कस्बे में आजादी के 75 सालों बाद सपनों की सड़क मिली है चीन बॉर्डर से सटे अरुणाचल के ताली कस्बे में आजादी के 75 सालों बाद सपनों की सड़क मिली है
हाइलाइट्स
  • 75 सालों बाद पूरा हुआ सपना

  • टूरिज्म हब बन सकेगा ताली

अरुणाचल प्रदेश में न्योकुम उत्सव के मौके पर न्यिशी समुदाय के लोगों को सपनों की सड़क मिली है. आजादी के 75 साल बाद ताली कस्बे के बाशिंदों को आज दिल खोलकर खुशियां लुटाने का मौका मिला है. ताली कस्बे के लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है, विकास की मुख्यधारा से अलग-थलग पड़े ताली कस्बे को आगे बढ़ने की ललक जाग उठी है.

75 सालों बाद पूरा हुआ सपना
जो काम 75 सालों में नहीं हुआ वो अब जाकर पूरा हुआ है, अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा से सटे ताली कस्बे की सड़क पर वाहनों का हॉर्न गूंज रहा है. जिसकी खुशी ताली कस्बे के लोगों के चेहरों पर साफ दिख रही है. सालों से लोगों को इस दिन का इंतजार था, और जब इस आर्क ब्रिज को जनता के लिए खोल दिया गया है, तो वाहन सवार लोगों को मानों रफ्तार के पंख लग गए. आर्क ब्रिज का उद्घाटन करने के बाद सड़क मार्ग से होते हुए सीएम पेमा खांडू ताली पहुंचे, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की, जनता की खुशी में शामिल होकर उनके साथ भोजन भी किया.

टूरिज्म हब बन सकेगा ताली
ईंटानगर से नाहरलगुन की दूरी इस आर्क ब्रिज ने काफी कम कर दी, जो लोग ट्रैफिक की वजह से परेशान थे, उन्हें आर्क ब्रिज का तोहफा मिल चुका है, जिसके शुभारंभ को लेकर जनता बेहद उत्साहित है. शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क के अभाव में ताली को छोड़ने पर जो लोग मजबूर हुए, अब उन्हें ताली में जिंदगी नजर आने लगी है, हर लिहाज से ताली को व्यवस्थित बनाने की कड़ी में काम हो रहा है. ताकि ताली भी विकास की डगर पर आगे बढ़े. प्रकृति की गोद में बसा ये सुंदर जिला टूरिज्म का बड़ा हब बन सकेगा, जहां आए दिन सैलानियों का जमावड़ा लगेगा, जिससे लोगों की आमदनी में इजाफा होगा.

पूर्वोत्तर में तेजी से मजबूत हो रहा इन्फ्रास्ट्रक्चर
अरुणाचल प्रदेश का करदाड़ी जिला चीन सीमा से लगा हुआ. चीन की हरकतों पर लगाम लगाने और उसी की भाषा में उसे जवाब देने के लिए यहां नई सड़कें बनाने और पुरानी सड़कों को मजबूत करने का काम किया जा रहा है. सामरिक दृष्टि से ताली की भूमिका काफी अहम हो चुकी है. पूर्वोत्तर में मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर के कारण आज भारतीय फौज का मनोबल आसमान में है. इसकी वजह है बेहतर सुविधाएं. बीते कुछ सालों में इन्फ्रास्ट्रक्चर में काफी सुधार किया गया है. जिसकी वजह से सरहद तक सेना का पहुंचना अब बेहद आसान हो गया है. अरुणाचल में एलएसी से सटे इलाकों में इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होने का लाभ सेना के अलावा स्थानीय लोगों को भी मिलेगा. ऊंचाई और दुर्गम स्थानों के बावजूद आर्क ब्रिज की वजह से उनका जनजीवन भी आसान होगा.

(करदाड़ी से युवराज मेहता की रिपोर्ट)