पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर आज चुनाव ने प्रेस कांफ्रेंस की है. इसके लिए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ विज्ञान भवन पहुंचे. जहां उन्होंने उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा है. उनका कहना है कि कोरोना नियमों के साथ ही चुनाव आयोजित कराए जाएंगे. साथ ही पोलिंग से पहले सभी बूथ सैनिटाइज कराए जाएंगे.
क्या है ECI की सुविधा ऐप?
कोरोना महामारी के मद्देनजर चुनाव आयोग ने ऑनलाइन नामांकन के लिए सभी राजनीतिक दलों और चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए सुविधा ऐप लॉन्च किया है. चुनाव आयोग के मुख्य सचिव ने कहा, "उम्मीदवारों को ऑनलाइन नामांकन की वैकल्पिक सुविधा दी गई है. हम चाहते हैं कि उम्मीदवार इसका इस्तेमाल करें ताकि शारीरिक संपर्क कम हो." यहां तक की उम्मीदवार सुविधा ऐप के जरिए अपनी पार्टी का प्रचार कर सकते हैं. राजनीतिक दलों को चुनाव प्रचार डिजीटली और वर्चुअली कराने के आदेश दिए हैं. उन्हें जीत के बाद भी रैली का इजाजत नहीं होगी.
क्या है Cvigil ऐप?
चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि आचार संहिता का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके लिए चुनाव आयोग ने सी-विजिल एप का भी जिक्र किया. जिसकी मदद से मतदाताओं आचार संहिता के उल्लंघन की किसी भी घटना की रिपोर्ट सीधा चुनाव आयोग से कर सकते हैं. चुनाव आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर में चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता शनिवार से लागू हो गई. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि चुनाव के लिए सरकारी तंत्र के दुरुपयोग के प्रति चुनाव आयोग की जीरो टॉलरेंस है. उन्होंने लोगों को आचार संहिता के उल्लंघन जैसे चुनाव मशीनरी के दुरुपयोग की रिपोर्ट करने के लिए सी-विजिल ऐप का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित भी किया.
Know your Candidate से जानें अपने प्रतिनिधि के बारे में
आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों पर, चंद्रा ने कहा कि राजनीतिक दल को यह बताना चाहिए कि आपराधिक रिकॉर्ड के बावजूद व्यक्ति का चयन क्यों किया गया. सीईसी सुशील चंद्रा ने कहा, "राजनीतिक दलों के लिए यह अनिवार्य है कि वे चुनाव उम्मीदवारों के रूप में चुने गए लंबित आपराधिक मामलों वाले व्यक्तियों के बारे में विस्तृत जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करें. उन्हें उम्मीदवार का चयन करने के लिए एक कारण भी देना होगा." वहीं मतदाता अपने प्रतिनिधि की पूरी जानकारी Know your Candidate नाम की ऐप से पा सकेंगे.