भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) 1 अप्रैल से टोल दरों में बढ़ोतरी कर सकता है. इसके साथ, राष्ट्रीय राजमार्गों (NHs) और एक्सप्रेसवे से यात्रा करने वाले लोगों को अगले महीने से अधिक भुगतान करना पड़ सकता है. हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टोल की कीमतों में 5 फीसदी से 10 फीसदी की बढ़ोतरी की संभावना है.
इससे पहले, रिपोर्ट्स ने सुझाव दिया था कि केंद्र सरकार टोल प्लाजा को हटाने की योजना बना रही है. इनकी जगह कैमरे लगाए जाएंगे जो नंबर प्लेट को सेकैन करेंगे. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की योजना राष्ट्रीय राजमार्गों पर सभी टोल प्लाजा को हटाने और स्वचालित नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) कैमरों पर भरोसा करने की है,
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर बढ़ेगा टोल
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क (दरों और संग्रह का निर्धारण) नियम, 2008 के अनुसार, शुल्क दरों को हर साल 1 अप्रैल से संशोधित किया जाता है. हिंदुस्तान की रिपोर्ट में कहा गया है कि सड़क परिवहन मंत्रालय इस महीने के आखिरी सप्ताह तक प्रस्तावों पर गौर करेगा और विचार-विमर्श के बाद दरों को मंजूरी दे सकता है.
कारों और हल्के वाहनों के लिए टोल दरों में पांच फीसदी और अन्य भारी वाहनों के लिए यह 10 फीसदी तक बढ़ने की संभावना है. हाल ही में चालू हुए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर टोल दर बढ़ने की संभावना है. वर्तमान में, नए खुले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के खंड पर टोल 2.19 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से लिया जा रहा है, जिसमें लगभग 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी.
एक्सप्रेस-वे पर बढ़ेगी वाहनों की संख्या
साथ ही, बताया जा रहा है कि इस समय एक्सप्रेस-वे पर रोजाना करीब 20 हजार वाहन दौड़ रहे हैं. अगले छह माह में यह संख्या 50 से 60 हजार तक पहुंचने की संभावना है. वहीं, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की टोल दरें भी बढ़ने की संभावना है. टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को मासिक पास की सुविधा जो आमतौर पर सस्ती होती है, उसमें भी 10% की वृद्धि होने की उम्मीद है.