समुद्र पर बन रहे देश के सबसे लंबे पुल का 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और बाकी बचे काम को वक्त पर पूरा करने के लिए प्रोजेक्ट से जुड़े लोग दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं. राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक यानी MTHL के काम को देखने के लिए पहुंचे और प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों से बात कर निर्माण कार्य की जानकारी ली. इसके बाद सीएम शिंदे ने ऐलान किया कि इस साल नवंबर में पुल को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा.
महाराष्ट्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट है ये पुल
समुद्र पर बना रहा ये पुल महाराष्ट्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में एक है. जिस पर भी कोरोना महामारी का असर पड़ा, लेकिन जैसे ही हालात बेहतर हुए MTHL के काम को फिर से युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया. इस 22 किलोमीटर लंबे पुल का साढ़े सोलह किलोमीटर का हिस्सा समुद्र पर बनाया जा रहा है और ये 6 लेन की परियोजना है. जिसे बनाने में कंक्रीट और स्टील के साथ ऑर्थोट्रॉपिक स्टील डेक तकनीक का इस्तेमाल पहली बार भारत में किया गया है. ताकि, समुद्र से गुजरने वाले बड़े जहाजों को आसानी से रास्ता मिल सके.
ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा
मुंबई में ट्रैफिक जाम लोगों के लिए एक बड़ी समस्या, इस समस्या से लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए ही मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक को बनाया जा रहा है. जिसके खुलने के बाद मध्य मुंबई में सेवरी से नवी मुंबई में चिरले तक 15 से 20 मिनट में पहुंचना संभव हो जाएगा. यानि वक्त के साथ-साथ ट्रैफिक जाम के झंझट से छुटकारा और पैसों की भी बचत होगी. इतना ही नहीं, इस परियोजना की खास बात ये भी है कि ये पर्यावरण के अनुकूल समुद्री राजमार्ग है और इसे बनाने में विश्व स्तरीय तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.
मुंबई को मिलेगी रफ्तार
मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक से पहले मुंबई में ही समुद्र पर बांद्रा-वर्ली सी लिंक को बना कर लोगों के सफर को आरामदायक बना जा चुका है. अब जब नवंबर में MTHL आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा, तो इससे देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को और रफ्तार मिलेगी.