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ट्रैक पर वापस लौटी टूरिज्म इंडस्ट्री, कोरोना ने किया था हाल बेहाल

कोरोना काल में टूरिज्म इंडस्ट्री का हाल-बेहाल हो चुका था, लेकिन अब जैसै-जैसे कोरोना का डर खत्म हो रहा है, और सरकार भी नियमों में ढील दे रही है, तो टूरिज्म इंडस्ट्री भी बूस्ट कर रही है.

टूरिज्म इंडस्ट्री टूरिज्म इंडस्ट्री
हाइलाइट्स
  • कोरोना काल के बाद अब मिली है राहत

  • विदेश यात्रा भी शुरू कर रहे हैं लोग

कोविड के वक्त सबसे ज्यादा नुकसान जिस इंडस्ट्री को हुआ वह थी टूर्स एंड ट्रेवल्स. हर साल अरबों रुपए का बिजनेस करने वाली इंडस्ट्री कोरोना के बाद सबसे बुरे दौर से गुजरी. लेकिन जैसे ही कोरोना के मामले कम होते गए यह इंडस्ट्री बाजार की तरफ मुंह ताकने लगी. इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू होने के बाद इस इंडस्ट्री को अब काफी राहत मिलती हुई दिखाई पड़ रही है. टूर्स एंड ट्रेवल्स के बिजनेस से जुड़े कई लोग यह मानते हैं कि पहले से काफी ज्यादा राहत है. कोरोना के मामले कम होने के बाद लोगों में अभी डर खत्म हो रहा है और सरकार ने भी नियमों में ढील दी है. जिसके बाद अब लोग घूमने की तैयारी में दिखाई पड़ते हैं. 

कोरोना काल के बाद अब मिली है राहत
फिलहाल कोविड के बाद इस उछाल से टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग खुश हैं. स्टिक ट्रैवल्स के क्लाइंट रिलेशनशिप मैनेजर कपिल नागपाल बताते हैं कि 2019 में हर रोज़ 20-25 बुकिंग होती थी. लेकिन कोरोना काल में बिजनेस पूरी तरह से खराब हो गया. अब थोड़ा माहौल सही हुआ है और हर रोज 10- 12 बुकिंग हो रही है. बिजनेस भले ही पहले से आधा हो रहा है लेकिन इससे भी बहुत राहत है.

विदेश यात्रा भी शुरू कर रहे हैं लोग
टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग बताते हैं भारत से विदेश में जाने के लिए लोगों ने पैकेजेस लेना शुरू कर दिया है. लोग सबसे ज्यादा कनाडा जाना चाहते हैं. उसके बाद यूएस, यूरोप, लंदन, सिंगापुर  और मलेशिया के लिए सबसे ज्यादा बुकिंग हो रही है. दुबई जाने वालों की संख्या भी ठीक-ठाक है.

यूक्रेन-रूस युद्ध का भी पड़ा है असर
इतना ही नहीं पिछले महीने तक श्रीलंका के लिए पैकेज की बहुत मांग थी जो कि वहां हालात खराब होने के बाद थम गई है. स्टिक ट्रैवल्स की सीनियर एग्जीक्यूटिव दीपा मलिक बताती हैं कि यूक्रेन में युद्ध चलने के बाद उन्हें बहुत ज्यादा नुकसान देखना पड़ा है. क्योंकि यूक्रेन जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या बहुत ज्यादा थी. वो बताती हैं कि हम हर हफ्ते दो फ्लाइट भेजते थे.

विदेशी टूरिस्ट की संख्या में भी आई है कमी
स्वागतम टूर्स प्राइवेट लिमिटेड चलाने वाले प्रनब सरकार मुख्य तौर पर विदेशी टूरिस्ट के साथ काम करते हैं. वो बताते हैं कि कोरोना से पहले भारत आने वाले विदेशी टूरिस्ट संख्या 11 मिलियन थी. लेकिन अभी उनकी संख्या बहुत कम है. मतलब विदेश से भारत आने वाले टूरिस्ट की संख्या में कुछ खास इजाफा नहीं हुआ है.लेकिन वो उम्मीद करते हैं कि आने वाला वक्त बेहतर होगा. टूरिज्म इंडस्ट्री मौजूदा माहौल से खुश है. लेकिन वो मानते हैं कि अभी बहुत सुधार होना बाकी है, जिसमें सरकार की मदद की भी जरूरत है.