मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में लगातार कोविड का खतरा बढ़ता जा रहा है. महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना के मामलों पर लगाम लगाने के लिए राज्य में कई पाबंदियां लगा दी हैं. ऐसे में मजदूर वर्ग भी काफी डरा हुआ है कि अगर कोरोना की दूसरी लहर की तरह एक बार फिर लॉकडाउन की परिस्थिति आती है तो क्या होगा. सभी प्रवासी मजदूरों को इस बात का डर है कि कहीं उनको दोबारा अपने घर ना जाना पड़े और रोजी-रोटी का संकट ना आए. इसी बीच कोरोना की तीसरी लहर के बीच मुंबई के झवेरी बाजार के व्यापारियों ने एक अच्छी पहल की है, जहां कारीगरों को खाना, किराए का मकान भी दिलवा रहे हैं व्यापारी.
मुंबई में कोरोना की तीसरी लहर के बीच व्यापारियों ने अपने कारीगरों के लिए सार्थक पहल की है. पहली ओर दूसरी लहर के दौरान प्रवासी कारीगरों के पलायन से सबक लेते हुए झवेरी बाजार के व्यापारियों ने उन्हें रोकने के लिए अपने कारीगरों का ध्यान रखना शुरू कर दिया है. मुंबई के झवेरी बाजार में प्रतिदिन 200 करोड़ रुपये का सोने-चांदी का कारोबार होता है. इस पूरे बाजार की जान यहां के कारीगर ही हैं जिनके दम पर सारे मुख्य काम होते हैं. ऐसे में इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन ने कारीगरों को रोकने की भी व्यवस्था की गयी है. ताकि उनके दिलों में डर न पैदा हो और वो महामारी के दौरान आसानी से मुंबई में रहकर काम कर सकें इसके लिए, उनके रहने और खाने की भी व्यवस्था की गयी है. कुछ व्यापारी अपने कारीगरों और कर्मचारियों को किराए पर घर की व्यवस्था भी कर रहे हैं.
मुंबई में कोरोना के मामलों में गिरावट
मुंबई में कोरोना को लेकर एक राहत की खबर आयी है. सोमवार को रविवार की अपेक्षा संक्रमण के मामलों में कमी देखी गई. देश की आर्थिक राजधानी में पिछले 24 घंटे में 11,647 कोविड केस सामने आए हैं और 2 मौतें हुई हैं. इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट भी घटकर 19 फीसदी हो गया है, इससे पहले यह 23 फीसदी था. सोमवार को मुंबई में 13,648 कोरोना संक्रमित सामने आए थे. वहीं, रविवार को यहां 19,474 नए मरीजों की पुष्टि हुई थी.