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यूक्रेन में तिरंगा बना सुरक्षा की गारंटी, भारतीयों के अलावा कई पाकिस्तानी छात्र भी हाथों में तिरंगा लेकर कर रहे सफर

भारत को लेकर वहां माहौल बेहद सकारात्मक है, यूक्रेन से लौटीं भोपाल की दो बहनों ने बताया गया था कि हाथ में तिरंगा लेकर निकलने पर कोई कुछ नहीं करेगा और ऐसा हुआ भी. मिली और मुस्कान के मुताबिक ना केवल भारतीय छात्र बल्कि गैर मुल्कों के छात्र भी हाथ मे तिरंगा लेकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंच रहे हैं.

यूक्रेन में तिरंगा बना सुरक्षा की गारंटी यूक्रेन में तिरंगा बना सुरक्षा की गारंटी
हाइलाइट्स
  • 5 दिनों तक सफर कर पहुंची पोलैंड

  • भारत को लेकर सकारात्मक है माहौल

यूक्रेन में रूसी सैनिकों ने भले ही तबाही मचा रखी हो, लेकिन भारत को लेकर रूसी सैनिकों का रुख काफी नरम है. हालांकि भारत सरकार भी जल्द से जल्द यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस भारत लाने के लिए जद्दोजहद कर रही है. यहां तक की भारत सरकार वे ऑपरेशन गंगा के तहत कई बच्चे भारत सुरक्षित लौट भी आए हैं. वहीं यूक्रेन से लौटी भोपाल की दो बहनें भी आज अपने घर पहुंची हैं. आपको बताते हैं कि इन दोनों बहनों का यूक्रेन में कैसा अनुभव रहा. 

5 दिनों तक सफर कर पहुंची पोलैंड
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस भारत लाने के लिए केंद्र सरकार के ऑपरेशन गंगा के तहत भोपाल की दो बहनें भी आज अपने घर पहुंच गई. इनके नाम मिली तिवारी और मुस्कान तिवारी हैं. आजतक से बात करते हुए दोनों बहनों ने बताया कि उन्होंने अपने शहर से रोमानिया के सुरक्षित बॉर्डर तक पहुंचने के लिए 5 दिनों तक सफर किया और इस दौरान वह 2 दिनों तक रिफ्यूजी कैम्प में भी रहीं लेकिन रोमानिया पहुंचने के बाद से लेकर घर पहुंचने तक केंद्र और राज्य सरकार ने छात्रों का पूरा ध्यान रखा है. दोनों बहनें साल 2017 में एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गई थीं. 

भारत सरकार उठा रही है खर्च
दोनों बहनों के मुताबिक यूक्रेन से पोलैंड, हंगरी और रोमानिया तक पहुंचने के लिए छात्रों को खुद ही पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं. उसके बाद रोमानिया के एयरपोर्ट से दिल्ली एयरपोर्ट तक और फिर उसके आगे घर तक पहुंचने का पूरा खर्च सरकार ने उठाया है. दोनों बहनों के मुताबिक फिलहाल उनकी ऑनलाइन क्लासेस चालू हैं और उन्हें यकीन है कि जल्द ही हालात सामान्य होंगे. 

भारत को लेकर सकारात्मक है माहौल
दोनों बहनों ने बताया कि भारत को लेकर वहां माहौल बेहद सकारात्मक है, क्योंकि उन्हें बताया गया था कि हाथ में तिरंगा लेकर निकलने पर कोई कुछ नहीं करेगा और ऐसा हुआ भी. मिली और मुस्कान के मुताबिक ना केवल भारतीय छात्र बल्कि गैर मुल्कों के छात्र भी हाथ मे तिरंगा लेकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंच रहे हैं. दोनों बहनों ने बताया कि भारत के अलावा पाकिस्तान, तुर्की और नाइजीरिया के कई उनके जानने वाले छात्र तिरंगा हाथ में लेकर सफर तय कर रहे हैं, ताकि उन्हें कोई नुकसान न पहुंचे.

(रवीश पाल सिंह की रिपोर्ट)