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Zigana Pistol: अतीक अहमद और अशरफ को मारने के लिए तुर्की में बनी जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल, इंडिया में है बैन, फिर कैसे हमलावरों को मिली

Atiq Ahmad killed by Zigana pistol: अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में जिगाना मेड पिस्टल का इस्तेमाल किया गया है. यह पिस्टल तुर्की में बनती है और भारत में बैन है. इसकी कीमत करीब 6 से 7 लाख रुपए है. इस पिस्टल में एक बार में 15 गोलियां लोड होती हैं.

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल (फाइल फोटो) अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
  • जिगाना पिस्टल से निकलने वाली गोली एक सेकेंड में 350 मीटर की दूरी करती है तय 

  • जिगाना पिस्टल को गैरकानूनी तरीके से बॉर्डर क्रॉस कर लाया जाता है भारत

Atiq-Ashraf Murder: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में नया खुलासा हुआ है. पुलिस ने हत्यारों के पास से जो पिस्टल बरामद की है, वह तुर्की में बनती है. इंडिया में इस जिगाना पिस्टल पर बैन है. ऐसे में आइए जानते हैं इस पिस्टल की क्या है खासियत? आखिर कैसे हत्यारों के पास ये पिस्टल पहुंची होगी.

एक बार में 15 गोलियां होती हैं लोड
जिगाना पिस्टल को गैरकानूनी तरीके से बॉर्डर क्रॉस कर भारत लाया जाता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसे पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारत मंगाया जाता है. इसकी कीमत करीब 5 से 7 लाख रुपए बताई जाती है. इस पिस्टल की खासियत यह है कि इसमें एक बार में 15 गोलियां लोड होती हैं. इस पिस्टल को आधिकारिक तौर पर मलेशियाई सेना, अजरबैजान सशस्त्र बल, यूएस कोस्ट गार्ड और फिलीपींस राष्ट्रीय पुलिस इस्तेमाल करती है.

सिद्धू मूसेवाला की हत्या में इसी पिस्टल का इस्तेमाल
अब पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि इतनी आधुनिक और महंगी जिगाना पिस्टल लवलेश, अरुण और सनी जैसे शूटर्स के पास कैसे आई. पुलिस इसपर तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. कहा जा रहा है कि यह उसी मॉडल की पिस्टल है जिसका इस्तेमाल सिद्धू मूसेवाला की हत्या में किया गया था. अतीक अहमद की हत्या में भी देखा गया कि तड़ातड़ कई फायर एक साथ किए गए. वारदात में शामिल सनी सिंह का पश्चिम उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर सुंदर भाटी से कनेक्शन रहा है. पुलिस को शक है कि अतीक और अशरफ की हत्या में प्रयुक्त जिगाना पिस्टल सनी को सुंदर भाटी से ही मिली है. 

जिगाना पिस्टल कई मायनों में खास 
8.6 इंच की यह सेमी ऑटोमैटिक जिगाना पिस्टल कई मायनों में खास है और यह आसानी से उपलब्ध नहीं होती. जिगाना सीरीज की सभी पिस्टल्स तुर्की की कंपनी टिसास ट्रैबजेन आर्म्स इंडस्ट्री कॉर्प बनाती है. यह कंपनी पिछले 22 सालों से पिस्टल बना रही है. जिगाना पिस्टल में ब्राउनिंग टाइप लॉकिंग सिस्टम है, जो उसे पावरफुल बनाता है. रिपोर्ट के मुताबिक Zigana M16 जिगाना का सबसे ओरिजनल मॉडल है. जिसमें शॉर्ट अंडरबैरल डस्टकवर का इस्तेमाल किया गया है. 

जिगाना हंगरी मूल की एक लड़की का नाम
जिगाना दूसरी पिस्टल से इसलिए भी अलग है क्योंकि इससे निकलने वाली गोली एक सेकेंड में 350 मीटर की दूरी तय करती है. कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट में दावा किया गया है पिस्टल को सप्लाई से पहले मानकों पर परखा पर जाता है. जैसे उसका फायर कंट्रोल टेस्ट होता है. इसमें 100 फीसदी पास होने के बाद भी उसे सप्लाई किया जाता है. जिगना सीरीज का सबसे आखिरी मॉडल Zigana PX9 है. जिगाना हंगरी मूल की एक लड़की का नाम है, जिसका मतलब होता है जिप्सी गर्ल.