लंबे-गहने-काले बाल भला किस लड़की को नहीं चाहिए होते हैं. खूबसूरत बाल हर किसी की सुंदरता में इजाफा करते हैं. एक बार लंबे हो जाने के बाद हर लड़की अपने बाल कटवानेसे पहले 100 बार सोचती है. ऐसे में अगर अगर कोई किसी दूसरे की भलाई के लिए अपने लंबे बाल कुर्बान कर दे तो उसे दरियादिल ही कहेंगे. इंसानियत का ऐसा ही उदाहरण मध्य प्रदेश के बैतूल में पेश किया गया, जहां कैंसर पीड़ित महिलाओं के लिए 111 महिलाओं ने अपने बाल दान किए. हेयर फॉर होप इंडिया कैंपेन के तहत 9 साल की बच्ची से लेकर 65 साल की बुजुर्ग महिला ने बाल दान किए.
मध्य प्रदेश के बैतूल में महिलाओ की अनूठी पहल देखने को मिली है. शुक्रवार को हेयर फार होप इंडिया कैंपेन के तहत 111 महिलाओ ने हेयर डोनेशन किया. यह डोनेशन कैंसर दिवस के उपलक्ष्य में कैंसर पीड़ित उन महिलाओं के लिए किया गया जिनके इलाज के दौरान बाल झड़ जाते है. इन बालों से विग बना कर उन महिलाओं को दी जाएगी. दूसरों की मुस्कान के लिए 111 महिलाओं ने अपना सौंदर्य कुर्बान किया. हेयर फॉर होप इंडिया कैंपेन के तहत 9 साल की बच्ची से लेकर 65 साल की बुजुर्ग महिला ने बाल दान किए.
डोनेट किए बालों से विग बनाई जाएगी
वूमन वर्ल्ड ब्यूटी एक्सेस की ओनर कल्पना का कहना है कि हेयर डोनर से हमने 12 इंच बाल इकट्ठे किए हैं. इन्हें पॉलिथीन बैग में पैक कर मुंबई भेजा जाएगा वहां पर विग बनाई जाएगी और कैंसर की बीमारी से जिन महिलाओं ने बाल खो दिए हैं वह उन्हें दी जाएगी. इस डोनेशन कैंपेन के आयोजक अनिल राठौड़ का कहना है कि कैंसर के इलाज के दौरान कीमो होने पर बाल झड़ जाते हैं, जिससे लोगों में हीनभावना आ जाती है. इसी बात को ध्यान में रखकर यह आयोजन किया गया है. हेयर डोनेशन से जो बाल काटे गए हैं उसकी विग बनाई जाएगी और कैंसर की लड़ाई में जिन महिलाओं के बाल चले गए हैं उन्हें विग दी जाएगी.
कैंप में आई हेयर डोनर तापी का कहना है कि मेरे पापा हमेशा चाहते थे कि मेरे बाल लंबे रहे. मैंने पहली बार बाल काटे हैं. हेयर डोनेशन करने के पीछे मेरी दादी है जो अब इस दुनिया में नहीं है. उन्हें कैंसर हुआ था और उनके बाल चले गए थे, इसलिए हमने यहां पर हेयर डोनेशन किया. ऐसी ही एक डोनर माधुरी उघड़े का कहना है कि आज बाल डोनेट कर बहुत खुशी हो रही है. अगर मेरे बालों के कारण किसी को खुशी मिलती है तो इससे ज्यादा और खुशी क्या हो सकती है. आज जितने बाल कटे हैं एक साल में इतने लंबे हो जाएंगे.
9 साल की बच्ची से लेकर 65 साल की बुजुर्ग ने दान किए बाल
डॉक्टर योगेश पंडाग्रे का कहना है कि हमारी कोशिकाएं तेजी से बढ़ती हैं और कैंसर के इलाज के दौरान कीमो थेरेपी से वह कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं. इस कारण शरीर में कई गतिविधियां होती हैं जिनमें बाल भी झड़ने लगते हैं. हेयर डोनेशन करने में 9 साल की सलोनी निर्मले से लेकर 65 साल की विद्या मालवीय भी हैं, जिन्होंने अपने 12 इंच लंबे बाल दान किये हैं. इस आयोजन को लेकर आयोजकों के साथ-साथ डोनर्स में भी खुशी देखी गई. पिछले 15 दिनों में 120 डोनर्स ने स्वेच्छा से अपना पंजीकरण कराया था.
(बैतूल से राजेश भाटिया की रिपोर्ट)