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अनूठी पहल! गांव के अनपढ़ प्रधानों को किया गया साक्षर, अब यही 'ब्रांड एम्बेसडर' बन लोगों को करेंगे जागरूक

ये सभी 58 ग्राम प्रधान अपने सचिव, आंगनबाड़ी, आशा, लेखपाल को लेकर गांव में लोगों को जागरूक करेंगे और अपील करेंगे कि इस लोकतंत्र को मजबूत करने में अपना सहयोग दें. सभी लोग अगले विधानसभा चुनाव में बढ़-चढ़कर वोटिंग करें और सभी से करवाये, जिससे 75% लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सके. इसकी ट्रेनिंग भी अधिकारियों द्वारा दी जाएगी.

साक्षर प्रधान गांव की शान साक्षर प्रधान गांव की शान
हाइलाइट्स
  • प्रधान करेंगे लोगों को जागरूक

  • वैक्सीनेशन को लेकर भी किया जाएगा जागरूक

यूपी के बांदा में जिला प्रशासन की अनूठी पहल "साक्षर प्रधान गांव की शान" की शुरुवात कुछ महीनों पहले हुई थी, जिसमे जिले में 58 गांव के प्रधान अनपढ़ यानी अंगूठा छाप थे, जिसमें 54 महिलाएं थीं, लेकिन इस पहल से प्रधान अब लगभग एक माह साक्षर बन गए हैं. अब वे सरकारी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने लग गए हैं. अब उनकी बगैर जानकारी के कोई कार्य या उन्हें कोई परेशान नही कर सकता है. जिनकी आगामी विधानसभा चुनाव में ड्यूटी एवं कार्य को लेकर परीक्षा भी करा ली गयी है, जिसमे सभी प्रधान पास हो गए हैं.

प्रधानों को बनाया गया 'ब्रांड एम्बेसडर' 

अब उसी क्रम में आगामी विधानसभा 2022 चुनाव को देखते हुए उन्हीं प्रधानों को मतदाता जागरूकता के लिए 'ब्रांड एम्बेसडर' बनाया गया है. जिला प्रशासन ने 75% लक्ष्य भी विधानसभा चुनाव के लिए निर्धारित किया है, जिसका नारा दिया गया है, "75 प्लस हो मतदान, बांदा बने देश की शान". इसकी घोषणा बुधवार को चुनावी मीटिंग में डीएम अनुराग पटेल ने की है, जिले में चौथे चरण में 23 फरवरी को वोटिंग है, जिसकी तैयारी की जा रही है. प्रधानों को पर्ची, जागरूकता के लिए बैनर आदि की व्यवस्था भी की जाएगी. 

प्रधान करेंगे लोगों को जागरूक 

जिलाधिकारी कार्यलय से जारी प्रेस नोट के मुताबिक, ये सभी 58 ग्राम प्रधान अपने सचिव, आंगनबाड़ी, आशा, लेखपाल को लेकर गांव में लोगों को जागरूक करेंगे और अपील करेंगे कि इस लोकतंत्र को मजबूत करने में अपना सहयोग दें. सभी लोग अगले विधानसभा चुनाव में बढ़-चढ़कर वोटिंग करें और सभी से करवाये, जिससे 75% लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सके. इसकी ट्रेनिंग भी अधिकारियों द्वारा दी जाएगी.

वैक्सीनेशन को लेकर भी किया जाएगा जागरूक 

साथ ही वैक्सीनेशन के कार्य को पूरा करने के लिए लोगो को जागरूक किया जाएगा. इसका लक्ष्य पहली डोज लगवाने के बाद दूसरी डोज, या बूस्टर डोज, तथा मुख्य रूप से 15 से 18 वर्ष के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करना है, जिससे कोविड की संभावित तीसरी लहर से बचाव हो सके. साथ ही आचार संहिता के पालन के लिए लोगो को प्रेरित किया जाएगा.  

सभी को दिए जा चुके हैं निर्देश 

डीएम अनुराग पटेल ने 'इंडिया टुडे' को बताया कि सभी निरक्षर प्रधानों को साक्षर बनाने के बाद चुनाव में इन्हें 75% मतदान का ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया है, जो गांव-गांव जाकर लोगों को वोटिंग के लिए जागरूक करेंगे. साथ ही वैक्सीनेशन, आचार संहिता के पालन, निर्भीक होकर मतदान करने के लिए भी लोगों को जागरूक करेंगे. इनके साथ गांव के सचिव, आंगनबाड़ी, लेखपाल व अन्य लोग शामिल होंगे.  

वहीं आगामी चुनाव को देखते हुए सभी सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेट की बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं, जिसमें विधानसभा चुनाव की अभी से तैयारियां की जा रही है, जिसका प्रशिक्षण भी इन प्रधानों को दिया जायेगा. डीएम ने बताया कि जिले में 23 फरवरी को चौथे चरण की वोटिंग होनी है. 
 
(सिद्धार्थ गुप्ता की रिपोर्ट)