उत्तर प्रदेश में राम नगरी अयोध्या के भव्य विकास के कारण इस शहर को वर्ल्ड-लेवल पर जाना जा रहा है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अयोध्या के ऐतिहासिक महत्व को पुनर्जीवित करने के प्रयासों में जुटे हैं. सरकार का लक्ष्य अयोध्या को नए कॉन्सेप्ट में बनाने का है. कहा जा रहा है कि शहर की अद्वितीय समृद्धि को बहाल करने के लिए आठ प्रमुख अवधारणाओं के आधार पर इसे विकसित किया जा रहा है.
साथ ही, अयोध्या को Solar City बनाने पर फोकस है ताकि पारंपरिक बिजली स्रोतों पर निर्भरता को कम किया जाए. अयोध्या को कभी पृथ्वी की अमरावती और पवित्र सप्तपुरी कहा जाता था. वेदों और पुराणों सहित विभिन्न ग्रंथों में इसका वर्णन है. लोक मान्यता है कि अयोध्या में भगवान श्री राम की जन्मभूमि का निर्माण स्वयं देवताओं ने किया था और महाराजा मनु ने इस पवित्र शहर में पृथ्वी पर मनुष्यों की दुनिया की स्थापना की थी.
वर्ल्ड सिटी बनेगी अयोध्या
उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद से, अयोध्या के लिए विकास योजनाएं शुरू की गई हैं. अयोध्या को विश्व स्तरीय शहर बनाने के लिए लगभग 30,500 करोड़ रुपये की लगभग 178 परियोजनाएं शुरू की गई हैं. बताया जा रहा है कि यूपी सरकार ने अयोध्या को आठ अवधारणाओं पर विकसित करने की योजना बनाई है.
अयोध्या को- सांस्कृतिक अयोध्या, सक्षम अयोध्या, आधुनिक अयोध्या, सुगम्य अयोध्या, सुरम्य अयोध्या, भावनात्मक अयोध्या, स्वच्छ अयोध्या, और आयुष्मान (स्वस्थ) अयोध्या के रूप में सबसे आगे लाने की पहल की जा रही है.
सांस्कृतिक अयोध्या
सांस्कृतिक अयोध्या का उद्देश्य अयोध्या को भारत की सांस्कृतिक राजधानी में बदलना है. इस पहल में शानदार मठों, मंदिरों और आश्रमों की स्थापना, भव्य शहर द्वारों का निर्माण और मंदिर संग्रहालय जैसी परियोजनाओं का कार्यान्वयन शामिल है - ये सभी इस रणनीतिक योजना के अनुरूप हैं.
सक्षम अयोध्या
सक्षम अयोध्या अवधारणा के अनुरूप, अयोध्या को पूर्ण आत्मनिर्भर शहर के रूप में विकसित करने का प्रयास चल रहा है. इसका उद्देश्य हर दिन जॉब्स, पर्यटन के साथ-साथ धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों सहित विभिन्न चैनलों के माध्यम से पर्याप्त रोजगार के अवसर पैदा करना है.
आधुनिक अयोध्या
आधुनिक अयोध्या की खोज में, यह पवित्र नगरी आधुनिकीकरण की प्रक्रिया से गुजर रही है, जिसमें कई प्रकार की सुविधाएं शामिल हैं. स्मार्ट सिटी, सेफ सिटी, सोलर सिटी और ग्रीनफील्ड टाउनशिप जैसी पहल अयोध्या को आधुनिक आकार दे रही हैं
सुगम्य अयोध्या
सुगम्य अयोध्या अवधारणा के अंतर्गत, मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का विकास, अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का पुनरुद्धार हो, या सरयू और अंतर्देशीय जलमार्ग के बीच कनेक्शन की स्थापना की जा रही है. इसके अतिरिक्त, यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न मार्गों को सुविधाजनक बनाया जा रहा है कि श्रद्धालु आसानी से इस पवित्र शहर तक पहुंच सकें.
सुरम्य अयोध्या
सुरम्य अयोध्या के तहत, शहर की सौंदर्य अपील को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है. इसमें कई तालाबों, झीलों और प्राचीन जलाशयों का सौंदर्यीकरण, पुराने उद्यानों को पुनर्जीवित करना, नए उद्यान स्थापित करना और तारों की अव्यवस्था को खत्म करने वाली प्रणालियों के माध्यम से शहर के आकर्षण में सुधार करना शामिल है.
भावनात्मक अयोध्या
भावनात्मक अयोध्या के अनुरूप, भगवान श्री राम के जन्मस्थान के साथ वैश्विक सनातनी समुदाय का भावनात्मक बंधन गहरा और महत्वपूर्ण है. इसे देखते हुए अयोध्या के हर पहलू को श्रीराम से जुड़े होने की भावना से ओत-प्रोत किया जा रहा है. इस उद्देश्य से, शहर की दीवारों, सड़कों के किनारे और चौराहों पर सांस्कृतिक संवर्द्धन को शामिल किया जा रहा है.
स्वच्छ अयोध्या
जैसा कि नाम से पता चलता है, स्वच्छ अयोध्या. शहर को साफ रखने के लिए व्यापक प्रयास चल रहे हैं, जिसमें शहर के भीतर स्वच्छता पहल और जल निकासी और सीवर प्रणालियों का विकास शामिल है. मुख्यमंत्री ने पर्यटन और धार्मिक आस्था के प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रही अयोध्या को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाने का संकल्प लिया है.
आयुष्मान अयोध्या
आयुष्मान अयोध्या अवधारणा में, मरीजों को उच्च गुणवत्ता और सुविधाजनक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए अयोध्या के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया है. एम्स द्वारा संचालित राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज न सिर्फ मेडिकल सर्विस देता है बल्कि आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं पर व्यापक शोध भी करता है.