
यूपी पुलिस भर्ती में उन्नाव ती तीन बहनों ने सफलता हासिल की है. तीनों बहनों के सलेक्शन होने से पूरा परिवार खुश है. गांव में भी खुशी का माहौल है. घर की बड़ी बेटी ने पिता के आखिरी सपने को साकार करते हुए अपने साथ दो बहनों को भी पुलिस भर्ती का एग्जाम दिलवाया था. तीनों बहनों की सफलता इलाके के लिए मिसाल बन गई है.
तीन बहनों ने हासिल की सफलता-
उन्नाव के हसनगंज तहसील के सुंदरपुर गांव की अनुसूचित जाति की तीन बेटियों ने पुलिस भर्ती में सफलता का झंडा बुलंद किया है. तीनों बहनों का नाम कल्पना, अर्चना और सुलोचना है. कल्पना 25 साल की है और अर्चना की उम्र 23 साल है. जबकि सुलोचना 21 साल की है. तीनों बहनों ने एक साथ यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पास की है.
लड़कियों के पिता थे होमगार्ड-
पुलिस भर्ती में सफलता हासिल करने वाली उन्नाव की तीनों बहनों के पिता नहीं है. साल 2017 में उनका निधन बीमारी के कारण हो गया था. इनके पिता का नाम रविंद्र कुमार है, जो होमगार्ड थे. जो काफी मेहनत करके परिवार का भरण-पोषण करते थे. तीन बहनों के अलावा फैमिली में एक छोटा भाई और मां है. पिता के निधन के बाद फैमिली की आर्थिक स्थिति खराब हो गई. घर चलाना मुश्किल हो रहा था. इसके बावजूद तीनों बहनों ने हार नहीं मानी. बड़ी बेटी कल्पना और मां राजकुमारी ने खूब मेहनत की और घर चलाया. जबकि तीनों बहनों ने पढ़ाई पर फोकस किया और अब उनको बड़ी सफलता मिली है.
कल्पना ने की होमगार्ड की नौकरी-
बड़ी बेटी कल्पना ने परिवार की जिम्मेदारी संभालने के लिए साल 2018 में मृतक आश्रित कोटे से पिता की जगह होमगार्ड की नौकरी कर ली. इसके बाद राजकुमारी अपनी बेटियों और बेटे के साथ उन्नाव शहर आ गईं. वो शहर में एक किराए के मकान में रहने लगीं. कल्पना दिन में ड्यूटी करती थी और रात में खुद पढ़ाई करती थीं. इसके साथ ही बहनों को भी पढ़ाती थीं. तीनों बहनों ने पुलिस में भर्ती होने के लिए खूब मेहनत की और अब उनकी मेहनत रंग लाई है और उनका सलेक्शन यूपी पुलिस में हो गया है.
(उन्नाव से सूरज सिंह की रिपोर्ट)