योगी सरकार की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 नवंबर को उत्तर प्रदेश में 340 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे. ये एक्सप्रेसवे पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा. 42,000 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित ये एक्सप्रेसवे लखनऊ के चांद सराय गांव से शुरू होता है. यह लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा.
लड़ाकू विमान की लैंडिंग कराएगा ये एक्सप्रेस वे
सरकारी सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी इसके उद्घाटन के लिए सुल्तानपुर जाएंगे. मंगलवार दोपहर दो बजे प्रधानमंत्री एक सार्वजनिक कार्यक्रम में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. गौरतलब है कि सामरिक दृष्टि से भी इस एक्सप्रेस वे को सुदृढ़ किया गया है. सुल्तानपुर जिले के कूदेभर में इस एक्सप्रेस वे पर तीन किलोमीटर लंबा रनवे बनाया गया है जिस पर लड़ाकू जहाज उतर सकते हैं. पीएम मोदी मंगलवार को ही सवा तीन बजे यहां एयरशो को देखेंगे. भारतीय वायुसेना यह एयरशो प्रस्तुत करेगी.
राफेल, मिराज सहित कई विमान दिखाएंगे दमखम
पूर्वांचल एक्सप्रेस हाईवे के उद्घाटन से पहले लडाकू विमानों ने टचडाउन का रिहर्सल किया. ये रिहर्सल यूपी के सुल्तानपुर में की गई. 16 नवंबर को पीएम इस एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करने वाले हैं. इस मौके पर इस एक्सप्रेस वे पर देश के सबसे तेज़ तर्रार फाइटर जेट विमान राफेल, मिराज और सुखोई लैंड करेंगे. 340 किमी लंबा ये एक्सप्रेस-वे यूपी का दूसरा ऐसा एक्सप्रेस वे है, जिसे लड़ाकू विमानों के लिए तैयार किया गया है. इसके शुरू होने के बाद दिल्ली से गाजीपुर की दूरी 10 घंटे में तय की जा सकेगी.
तीन घंटे में पूरी हो सकेगी 300 किलोमीटर की दूरी
कुछ महीने बाद होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में योगी सरकार पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को सरकार की एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश करना चाह रही है. यह राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के एक बड़े उदाहरण के तौर पर बताया जा रहा है. इस एक्सप्रेस वे के बनने से राज्य के पूर्वांचल का राजधानी लखनऊ से सड़क संपर्क बेहतर हो जाएगा. लगभग 340 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस वे लखनऊ से शुरु होकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में समाप्त होता है. यह राज्य के महत्वपूर्ण शहर वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर और इलाहबाद को लिंक रोड के जरिए आपस में जोड़ेगा. यह राज्य के नौ जिलों लखनऊ, बाराबंकी, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, अमेठी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से निकलेगा. छह लेन का यह एक्सप्रेस वे आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है. इस एक्सप्रेस वे से 300 किलोमीटर की यात्रा केवल साढ़े तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी.