सोमवार को UPSC ने चयनित उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी. इस लिस्ट में भोपाल की लिपि नागाइच का भी नाम है. लिपि की ऑल इंडिया 140वीं रैंक आई है. लिपि नागाइच के पिता भोपाल में ही जवाहर बाल भवन में डायरेक्टर हैं. लिपि नागाइच के पिता ने बताया कि बेटी का जन्म नरसिंहपुर के करेली तहसील में हुआ. बचपन से वह लिपि को वो डॉक्टर बनाना चाहते थे लेकिन उसने UPSC क्लियर करने का मन बना रखा था. और आखिरकार खुशी इस बात की है कि उसने वह हासिल कर लिया जिसका लक्ष्य उसने निर्धारित किया था.
अफसर बनने का नाना से किया किया था वादा
लिपि नागाइच ने बताया कि उन्होंने UPSC क्लियर करने का लक्ष्य स्कूल से ही तय कर लिया था क्योंकि बचपन से ही उनके नाना चाहते थे कि वह UPSC क्लियर कर अफसर बने. लिपि नागाइच की स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई दोनों भोपाल से ही हुई है. यही नहीं, इसके बाद लिपि ने UPSC की तैयारी भी भोपाल से ही की और अपने पहले ही प्रयास में UPSC क्लियर कर लिया. लिपि ने बताया कि उनके UPSC क्लियर करने के पीछे एक बड़ी वजह उनके नाना हैं जो बचपन से उन्हें IPS अफसर बनते देखना चाहते थे. कोरोना की सेकंड वेव के समय नाना कोरोना संक्रमित हो गए और उनकी स्थिति गंभीर हो गई तो उन्होंने नाना से वादा किया कि वह अफसर बनकर दिखाएगी और इसके बाद सबकुछ भूलकर सिर्फ UPSC की तैयारी में जुट गई. आखिरकार लिपि नागाइच की मेहनत रंग लाई और उन्होंने UPSC क्लियर कर लिया. लिपि ने बताया कि उन्होंने रोजाना 10 घंटे पढ़ाई का टाइम टेबल बना रखा था और इस दौरान वह पूरा ध्यान सिर्फ पढ़ाई पर लगाती थी. आपको बता दें कि लिपि अपने कॉलेज की टॉपर भी रह चुकी है और बकायदा गोल्ड मेडल भी जीत चुकी हैं.
पंडित ने बताया कि 23 साल की उम्र में बेटी बनेगी अफसर
लिपि नागाइच के पिता ने बताया कि बचपन में जब लिपि की कुंडली बनवाई गई थी तो उसमें पंडित ने बताया कि 23 साल की उम्र में बेटी अफसर बनेगी. और यह बिल्कुल सच साबित हुआ. उनकी बेटी अब 23 साल की उम्र में ही UPSC क्लियर कर अफसर बनने जा रही हैं.
(रवीश पाल सिंह की रिपोर्ट)