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Mayawati-Akash Anand: मायावती ने घोषित किया अपना उत्तराधिकारी, भतीजे को सौंपी विरासत, अब आकाश आनंद के हाथों में BSP का भविष्य

Mayawati's successor Akash Anand: BSP Supremo Mayawati ने 2017 में एक बड़ी रैली कर आकाश आनंद को राजनीति में लाने का ऐलान किया था. आकाश को इससे पहले पार्टी के नेशनल को-ऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी मिली हुई थी. अब मायावती ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है.

बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ आकाश आनंद बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ आकाश आनंद
हाइलाइट्स
  • बसपा सुप्रीमो ने लखनऊ में आयोजित बीएसपी की मीटिंग में किया ऐलान

  • मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं आकाश आनंद 

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने रविवार को अपने उत्तराधिकारी का ऐलान कर दिया. उनके उत्तराधिकारी कोई और नहीं बल्कि भतीजे आकाश आनंद होंगे. लखनऊ में आयोजित बीएसपी की मीटिंग में उन्होंने आकाश आनंद को अपनी विरासत सौंप दी. अब आकाश बसपा का भविष्य तय करेंगे. 

सुबह बुलाई थी बैठक
यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने सुबह पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और सभी राज्यों के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में वह आकाश आनंद के साथ पहुंचीं. बताया गया था कि बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 की रणनीति के मद्देनजर चर्चा होगी. इसी बैठक में मायावती ने आकाश आनंद को अपनी विरासत सौंप दी. 

उन्होंने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित करते हुए यूपी और उत्तराखंड छोड़कर पूरे देश में पार्टी की जिम्मेदार उन्हें सौंपने का ऐलान कर दिया. बैठक में वरिष्ठ पदाधिकारियों और राज्यों के वरिष्ठ नेताओं के साथ हाल ही में चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों से उपजी चुनौतियों से निपटने की रणनीति भी तय की गई. वहीं, लोकसभा चुनाव के लिए मजबूत दावेदारी वाले उम्मीदवारों के नाम पर भी चर्चा की गई. 

कौन हैं आकाश आनंद
आकाश आनंद बसपा सुप्रीमो मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं. आकाश की स्कूली पढ़ाई-लिखाई गुड़गांव से हुई है। आगे की पढ़ाई उन्होंने लंदन में की. वह लंदन से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) कर चुके हैं. वह 2017 से पार्टी में सक्रिय हैं. इसी साल वह मायावती के साथ एक बड़ी रैली में मंच पर नजर आए थे. 

इसके बाद उन्हें लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई थी. पिछले छह सालों से उनकी सक्रियता लगातार बढ़ती रही है. वर्तमान में वह पार्टी नेशनल को-ऑर्डिनेटर पद पर हैं. हाल के दिनों में आकाश की जिम्मेदारियां पार्टी में तेजी से बढ़ती चली गईं. उन्होंने यूपी ही नहीं दूसरे राज्यों में भी संगठन की बैठकें और सभाएं कीं.

पार्टी के सोशल मीडिया का सारा काम देखते हैं आकाश
आकाश आनंद  28 साल के हैं. उन्हें कई मौकों पर पार्टी हलकों में देखा जा चुका है. यदि आकाश आनंद के ऑफिशियल एक्स अकाउंट को देखें तो वह खुद को बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के दृष्टिकोण का युवा समर्थक बताते हैं. आकाश ने पार्टी में मिली जिम्मेदारियों के बाद सबसे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को जरिया बनाकर लोगों के बीच पहुंच बनानी शुरू की. ट्विटर (अब एक्स), फेसबुक आदि माध्यमों के जरिए बसपा सोशल मीडिया पर बाकी दलों की तरह अपनी उपस्थिति दर्ज कराने लगी. बसपा सुप्रीमो मायावती के एक्स हैंडल का सारा काम भी आकाश आनंद की निगरानी में होता है. 

आकाश को क्यों बनाया उत्तराधिकारी?
मायावती के इस अचानक ऐलान से राजनीतिक गलियारों में हैरानी है. मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को ही उत्तराधिकार क्यों सौंपा? यह सवाल आज हर किसी की जुबान पर है. सियासी जानकारों का कहना है कि मायावती अब आकाश आनंद को भविष्य की राजनीति के लिए तैयार कर रही हैं. 

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें विरासत सौंपकर वह उन्हें चुनावी दांव-पेंच, टिकटों के वितरण और सियासत के अन्य पहलुओं में पारंगत करने की कोशिश करेंगी. ताकि आगे चलकर पार्टी को संभालने के लिए वह पूरी तरह तैयार हों. वह यह सुनिश्चित करना चाहती हैं कि पार्टी पर आकाश भी उनके जैसी ही कमान हासिल करें. ऐसा करके मायावती, भविष्य में पार्टी में नेतृत्व को लेकर किसी किस्म की खींचतान की सम्भावनाओं को भी खत्म कर देना चाहती हैं.

जल्द होंगे पार्टी में बड़े फेरबदल
दरअसल बहुजन समाज पार्टी अपने खोए हुए जनाधार को पाने के लिए एक बार फिर से नई योजनाओं को बना रही है. नई योजनाओं में तमाम तरह के फेरबदल और पार्टी में निष्क्रिय हो चुके नेताओं को भी बदलने का बड़ा फरमान जारी हो सकता है. बहुजन समाज पार्टी से जुड़े वरिष्ठ नेता बताते हैं कि पार्टी की नीतियों और बाबा साहेब के मिशन को नीचे तक पहुंचाने में बहुत से नेता नाकाम हो चुके हैं.