आत्मनिर्भर भारत की नई ताकत रेलवे ट्रैक पर उड़ान भरने के लिए तैयार है. पूरी तरह स्वदेशी वंदे भारत ट्रेन अत्याधुनिक सुख सुविधाओं से लैस है. रफ्तार, सुरक्षा और सेवा ही इसकी पहचान है. भारत की रेल यातायात में वंदे भारत एक्सप्रेस एक नया क्रांतिकारी आयाम जोड़ने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को गांधीनगर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
भारत की सबसे तेज रफ्तार से चलने वाली ट्रेन
वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की सबसे तेज रफ्तार से चलने वाली ट्रेन है. एडवांस फीचर से लैस ये सेमी हाईस्पीड ट्रेन 52 सेकेंड में 0 से 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ लेगी और उतने ही कम समय में धीमे भी हो जाती है. गांधीनगर से मुंबई की दूरी ट्रेन से तय करने में 7 घंटे लगते हैं..लेकिन वंदे भारत से ये दूरी महज 4 घंटे में पूरी की जा सकेगी.
इस ट्रेन की रफ्तार नहीं है खतरा
वंदे भारत ट्रेन कवच तकनीक यानी ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम से लैस है. ये एक स्वचालित सुरक्षा प्रणाली है जो दो ट्रेनों को टकराने से रोकती है. यानी इसकी तेज रफ्तार से किसी किस्म का खतरा नहीं है.
प्लेन जैसी फीलिंग देगी वंदे भारत
वंदे भारत का इंटीरियर बेहद शानदार है. 16 एयर कंडीशंड कोच यानी वातानुकूलित डिब्बे हैं. जिनमें एक समय में 1 हजार से ज्यादा यात्री सफर कर सकते हैं. मेट्रो की तरह स्वचालित दरवाजे हैं. इस ट्रेन को अंदर से देखने पर आपको एरोप्लेन की सुविधा का एहसास होगा. सीटें भी इतनी आरामदायक हैं कि कैसे चार घंटे का सफर पूरा हो जाएगा. पता ही नहीं चलेगा.
2019 में शुरू हुई थी पहली वंदे भारत
वंदे भारत ट्रेन सेवा की शुरुआत साल 2019 में यानी तीन साल पहले हुई थी. पहली नई दिल्ली- वाराणसी रूट पर चलाई गई. दूसरी नई दिल्ली-कटरा रूट पर दौड़ती है. अब तीसरी वंदे भारत ट्रेन गांधीनगर से मुंबई के बीच रफ्तार भरेगी. ट्रेन में खाने पीने की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा गया है. अत्याधुनिक पैंट्री है. हर कोच में गर्म भोजन के अलावा गर्म और ठंडे पेय परोसने की सुविधाओं के साथ एक पैंट्री की सुविधा है.
2023 तक चलेंगी 75 वंदे भारत
15 अगस्त 2023 तक भारतीय रेलवे की योजना 75 वंदे भारत ट्रेन चलाने की है. वंदे भारत ट्रेन को चलाने का मकसद दुनिया के चौथे सबसे बड़े रेलवे की सुविधाओं को वर्ल्ड क्लास बनाना है.