उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपने मौलाना आजाद रोड वाले आवास को छोड़कर नॉर्थ ब्लॉक के करीब बने नए उपराष्ट्रपति आवास (Vice President's Enclave) में शिफ्ट हो गए हैं. यह कॉम्प्लेक्स सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत पूरी तरह तैयार होने वाला पहला आधिकारिक आवास है. इससे पहले उपराष्ट्रपति धनखड़ मौलाना आज़ाद रोड पर विज्ञान भवन के समीप अपने पुराने आवास में रह रहे थे.
नए वीपी इनक्लेव में एक मॉडर्न सेक्रेटेरिएट, एक कांफ्रेंस फैसिलिटी और एक स्वीमिंग पूल मौजूद है. इसके अलावा यहां एक मेडिकल यूनिट और एक ऑडिटोरियम भी है।
15 एकड़ में बना है नया वीपी इनक्लेव
इंडियन एक्सप्रेस की ओर से प्रकाशित एक खबर के अनुसार, राष्ट्रपति भवन के करीब मौजूद नया वीपी इनक्लेव एक 15 एकड़ के प्लॉट पर बना है. इस जमीन पर इससे पहले रक्षा मंत्रालय के ऑफिस बने हुए थे जो आजादी के पहले से मौजूद थे. नए कॉम्प्लेक्स में एक खेल परिसर भी बनाने की योजना शामिल थी. स्वीमिंग पूल बनाने की योजना बाद में शामिल की गई. एन्क्लेव के ठीक सामने 48 आवासीय इकाइयां हैं जिनमें कर्मचारियों के लिए दो कमरे के फ्लैट हैं.
सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (CPWD) ने इनक्लेव के निर्माण की ज़िम्मेदारी झारखंड के कमलादित्या कंस्ट्रक्शन (Kamladityya Construction Pvt. Ltd) को 2021 में दी थी। इनक्लेव की अनुमानित निर्माण लागत 206.49 करोड़ थी. लेकिन सूत्रों के अनुसार, इनक्लेव तैयार होने में 300 करोड़ रुपये खर्च हो गए.
आवास में शिफ्ट होने से पहले की पूजा
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने 14 फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर नए आवास में पूजा की. इसके बाद ही उनके आवास और सचिवालय को नए इनक्लेव में ले जाने की प्रक्रिया शुरू हुई. उपराष्ट्रपति का सचिवालय गुरुवार को नए आवास से ही काम कर रहा था. अभी उपराष्ट्रपति का सारा फर्नीचर नए आवास में नहीं पहुंचा है.
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत इससे पहले नया संसद भवन और पुनर्विकसित कर्तव्य पथ तैयार हो चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई संसद का उद्घाटन 2023 में जबकि कर्तव्य पथ का उद्घाटन 2022 में किया था.
उपराष्ट्रपति के पुराने आवास का क्या होगा?
अब जब धनखड़ नए आवास में आ गए हैं, तो मौलाना आजाद रोड पर मौजूद पुराने उपराष्ट्रपति आवास को ध्वस्त कर दिया जाएगा. सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना के अनुसार, पुराने बंगले की जगह अब एक नया सरकारी दफ्तर बनेगा जो कॉमन सेंट्रल सेक्रटेरिएट (सीसीएस) का हिस्सा होगा.
योजना के अनुसार, शुरुआती तीन सीसीएस बिल्डिंग्स, प्रधानमंत्री आवास और प्रधानमंत्री कार्यालय का निर्माण अभी जारी है.