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Vindhya International Film Festival: सीधी में शुरू हुआ विंध्य अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव

मध्य प्रदेश के सीधी में विंध्य अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव सीजन-5 का आगाज हो गया. महोत्सव की पहली फिल्म 'दी लास्ट मील' के विषय और अभिनय ने दर्शकों को रोने पर मजबूर कर दिया. फिल्म 'द लास्ट मील' शहीद भगत सिंह के ऊपर उनके जेल में बिताए अंतिम समय और जेल के सफाईकर्मी बोधा के संबंधों पर आधारित है.

विंध्य अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव विंध्य अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव

सीधी स्थित वैष्णवी गार्डन में विंध्य अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव (Vindhya International Film Festival) का शुक्रवार को भव्य उद्घाटन हुआ. महोत्सव की पहली फिल्म 'दी लास्ट मील' के विषय और अभिनय ने दर्शकों को रोने पर मजबूर कर दिया.'द लास्ट मील' शहीद भगत सिंह के ऊपर उनके जेल में बिताए अंतिम समय और जेल के सफाईकर्मी बोधा और भगत सिंह के संबंधों पर आधारित है.

'द लास्ट मील' देखकर भावुक हुए दर्शक

बोधा भगत सिंह के लिए उनकी पसंद का भोजन ले जाता है लेकिन अंतिम भोजन से पहले भगत सिंह की फांसी हो जाती है और बोधा भगत सिंह को वह भोजन नहीं करा पाता. इसी कहानी पर आधारित फिल्म 'द लास्ट मील' दर्शकों को भावुक करती है और भगत सिंह के अंतिम संदेश 'साम्राज्यवाद मुर्दाबाद...इंकलाब जिंदाबाद...' के साथ फिल्म का समापन होता है. फिल्म का निर्देशन केतकी पांडेय ने किया है. फिल्म में आकाश दाहिया ने भगत सिंह का किरदार निभाया है जबकि इस्तियाक़ ख़ान ने बोधा का किरदार निभाया है.   

महोत्सव की दूसरी फिल्म न्यूयॉर्क सिटी से सीधी पधारी हेजेल गुरलैंड पूलर की फ़ीचर डॉक्युमेंट्री स्टॉर्मिंग सीजर पैलेस थी. उसके बाद निर्देशिका ने दर्शकों से संवाद भी किया. उसके बाद अलग-अलग भाषाओं और देशों की लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया. सारी फिल्मों की स्क्रीनिंग भोपाल से आए संदीप कुमार चौरे ने की.

काफी संख्या में उपस्थित रहे लोग

महोत्सव के संयोजक नीरज कुंदेर ने बताया कि पहले दिन न्यूयॉर्क से हेजल, जैकब और लिली, स्वीडन से एना, यूएस  से रिचर्ड सिल्बर, बेंगलुरु से गौरी श्रीनिवास, मुंबई से राघव परमार, मध्य प्रदेश से राहुल पांडेय, सागर दास के साथ साथ सीधी के आस-पास के जिलों से भी काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे. बारिश और कोहरे की वजह से ट्रेनें 8-10 घंटे देरी से चल  रही हैं और कुछ फ्लाइट भी रद्द हो गई हैं, जिसकी वजह से कुछ फिल्म निर्माता पहले दिन नहीं आ पाए.

पहले दिन दिखाई गई ये फिल्में

द लास्ट मील, भारत, केतकी पांडेय
स्ट्रोमिंग सीज़र पैलेस, अमरीका, हैजल गुरलैंड पूलर
मोंबई, भारत, सौमित्र सिंह
ए नाइट इन ए पार्क,  बांग्लादेश सहादत सागोर 
कैनवास , भारत,  संजय चंद्रशेखरन 
द हिंदू ब्वाय, भारत, शाहनवाज बकल
बिग सोशल नोमैड, स्वीडन,  अन्ना बोहलमार्क
ऑटरे ,भारत ,कनुप्रिया गुप्ता 

फिल्मकारों का माल्यार्पण से किया गया स्वागत

उद्घाटन सत्र में  पद्मश्री से सम्मानित बाबूलाल दाहिया, मनोज सिंह, आलोक परोड़कर, कुंजेश परिहार के साथ आयोजक आर बी सिंह, डॉ अनूप मिश्र, विवेक सिंह चौहान और शिवशंकर मिश्र सरस मौजूद रहे. इसके बाद महोत्सव के निदेशक प्रवीण सिंह और आयोजक  मण्डल ने विदेश और भारत से आए सभी फ़िल्मकारों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया. महोत्सव की शुरुआत यूसीएन मास पब्लिक स्कूल के बाल कलाकारों की ओर से पेश किये गए गीत हुई. कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों ने फ़िल्म महोत्सव और उसके भावी स्वरूप पर बात की, साथ ही पाँचवें  संस्करण के लिए अपनी शुभकामनाएँ दीं. महोत्सव में मध्य प्रदेश पर्यटन के सहयोग से टेराकोटा और हस्तशिल्प की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया. ये प्रदर्शनी 7 जनवरी तक सभी के लिये खुली रहेगी.