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Vintage Car Rally : दिल्ली में दिखा विंटेज कारों का अनोखा नजारा, 100 से 150 साल पुरानी गाड़ियों ने लिया हिस्सा

Delhi Vintage Cars : देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार को विंटेज कारों की रैली निकाली गई. इस रैली में देशभर से आईं 100 से 150 साल पुरानी कारों ने हिस्सा लिया. उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान ने हरी झंडी दिखाई. विंटेज कारों का ये काफिला दिल्ली से शुरू होकर करनाल के नूर महल तक पहुंचा.

Delhi Vintage Car Rally Delhi Vintage Car Rally
हाइलाइट्स
  • दिल्ली में निकली विंटेज कारों की रैली

  • 100 से 150 साल पुरानी कारों ने लिया हिस्सा

Vintage Car : विंटेज कार हमे सड़कों पर बहुत कम ही देखने को मिलती है. कई बार ऐसा मौका भी होता है कि इन कारों के देखने के लिए लोगों को गैरेज और म्यूजियम में जाना पड़ता है, लेकिन वहा भी कम ही होता है कि ये कारें हमें आसानी से देखने को मिल जाएं. लेकिन राजधानी दिल्ली में विंटेज कार के प्रेमियों ने एक रैली निकाली गई, जिसमें 100 से 150 साल पुरानी कारों ने हिस्सा लिया. इस रैली के माध्यम से विंटेज कार प्रेमियों को उन्हें देखने का मौका मिला. लोगों का प्रयास रहा कि रैली के माध्यम से अपनी विरासत को दुनिया से रूबरू करा सकें और लोग फिर से इतिहास की यादों में अपनी उन कारों को चला सकें.

यूपी के पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान ने दिखाई हरी झंडी

हेरिटेज मोटरिंग क्लब ऑफ इंडिया आज भी भारत में विंटेज कारों को सहेज कर रखने का काम करता है. हर साल ये क्लब विंटेज कारों की रैली निकलता है जिसमें देश भर से लोग हिस्सा लेते हैं. लगभग 22 सालों से ये रैली निकाली जा रही है. आज की रैली में विंटेज कार के मालिक मौजूद रहे. कार्यक्रम की शुरुआत विंटेज कारों को हरी झंडी दिखाने से हुई, इनका काफिला दिल्ली से शुरू होकर करनाल के नूर महल तक पहुंचा. इस मौके पर 15 विंटेज कारों को उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान ने हरी झंडी दिखाई. इस मौके पर उन्होंने बताया कि इस तरह के प्रोग्राम में उन्होनें पहली बार हिस्सा लिया.

रैली में शामिल हुईं 100 से 150 साल पुरानी कारें

पूर्व मंत्री ने कहा, कि इस रैली से प्रयास किया गया है कि विंटेज कारों के जरिए लोग अपनी विरासत को सहेज कर रखें, जो हमारे भविष्य के लिए बेहद जरूरी है. हालांकि इन कारों का रखरखाव मुश्किल है लेकिन फिर भी जिन्हे शौक है वो इन कारों को आज भी पूरी देख रेख में रखते है.विंटेज कारों को भारत की संस्कृति का हिस्सा कह सकते है, ये हमारा फर्ज भी बनता है कि हर पीढ़ी को बताया जाए की हमारे देश की संस्कृति कितनी पुरानी है.विंटेज कारों को रखना शौक जैसा है और  इसके कलेक्शन के लिए सरकार को भी सामने आना चाहिए, जिससे लोगों में इस कारों के लिए जागरूकता बनें.

लोगों को मिला देश की विरासत देखने का शानदार मौका

एचएमसीआई के जनरल सेक्रेटरी दिलजीत टाईटस ने बताया कि हम देश के उन लोगों के टच में हैं जिनके पास विंटेज कार है. बीते 22 सालों से इस तरह के प्रोग्राम हो रहे है जिसमें विंटेज कार से लोग देश के अलग अलग हिस्सों में घूमते है. इस प्रोग्राम के लिए मिनिस्ट्री ऑफ ट्रांसपोर्ट ने भी काफी सहयोग किया है. एचएमसीआई का प्रयास है कि देश में इस तरह के प्रोग्राम आगे भी होते रहें. जिससे लोगों को विंटेज कारों के साथ अपनी विरासत के बारे में जानने समझने का मौका मिले.