हर गुजरते दिन के साथ भारत के कुछ हिस्सों में कोहरे और ठंड का प्रकोप बढ़ रहा है. कड़ाके की ठंड का समय आ गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उत्तर भारत में घने कोहरे की चेतावनी जारी की है. अगले 3-4 दिनों में पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बहुत घने कोहरा जैसी स्थिति बनी रह सकती है.
भारत में कई हिस्सों में घना कोहरा छाया हुआ है, इसलिए अगले 2 दिनों में पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, कच्छ में भयंकर शीत लहर चलने की संभावना है.
दिल्ली सर्द मौसम की चपेट में
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि रिज क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरने के साथ रविवार को दिल्ली के कुछ हिस्सों में शीतलहर चली. आईएमडी के अनुसार, राजधानी के कुछ स्थानों पर भी ठंडे दिन की सूचना मिली.
सोमवार को शहर के ज्यादातर इलाकों में घना कोहरा और शीत लहर चलने का अनुमान है. सफदरजंग वेधशाला, दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र में न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री कम है. आईएमडी के अनुसार, "बहुत घना" कोहरा तब होता है जब दृश्यता 0 और 50 मीटर के बीच होती है, 51 और 200 मीटर "घना", 201 और 500 "मध्यम", और 501 और 1,000 "कम" होता है.
मैदानी इलाकों में, यदि न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है, तो आईएमडी शीत लहर की घोषणा करता है। शीत लहर की भी घोषणा तब की जाती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो.
दक्षिण भारत में भारी बारिश होगी
जबकि अधिकांश भारत तापमान में गिरावट से कांप रहा है तो वहीं, आज और कल दक्षिण तटीय तमिलनाडु में वर्षा होने की संभावना है. और, श्रीनगर, पहलगाम और कुपवाड़ा क्षेत्रों में रविवार को कश्मीर घाटी में रात का तापमान -5.8 डिग्री सेल्सियस के साथ मौसम की अब तक की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई.
40 दिनों की सबसे कठोर सर्दियों की अवधि, जिसे चिल्लई कलां कहा जाता है, कश्मीर में शुरू हो गई है. चिल्लई कलां एक फारसी शब्द है जिसका अर्थ है 'बड़ी ठंड.' कहा जाता है कि शीत लहर अपने पीक पर होती है. कश्मीर के पहाड़ हफ्तों तक बर्फ में ढके रहते हैं और प्रसिद्ध डल झील भी हिमांक बिंदु (Freezing Point) तक पहुंच जाती है.