मानसून धीरे-धीरे अब पंजाब हरियाणा की तरफ भी बढ़ने लगा है. राजस्थान के भी ज्यादातर हिस्सों में अब मानसून के बादल छाने लगे हैं. वहीं भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो से तीन दिन के अंदर गुजरात और राजस्थान के बाकी हिस्सों में भी बारिश शुरू हो जाएगी. पश्चिमी मानसून पूरे देश को कवर कर लेगा. मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर पश्चिमी मानसून पूरे देश को कवर कर लेगा.
उत्तर भारत में तेज बारिश के अनुमान
मौसम विभाग का ये भी अनुमान है कि उत्तर पश्चिमी राजस्थान से लेकर बंगाल की खाड़ी तक निचले स्तर पर एक कम दबाव की रेखा बनी हुई है. जिससे नमी और हवा दोनों आ रही है. इसकी वजह से राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं तेज बारिश का अनुमान है. उत्तराखंड में 5 जुलाई को बहुत तेज बारिश होने की संभावना है. एमपी, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में अगले 5 दिनों तक कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी. वहीं बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के गंगीय इलाकों में अगले 4-5 दिनों तक बिजली कड़कने के साथ अच्छी खासी बारिश होने का अनुमान है.
दक्षिण गुजरात और महाराष्ट्र में हल्की बारिश के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण गुजरात तट से दक्षिणी महाराष्ट्र तक कम दबाव की रेखा के कारण कोंकण, गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में आने वाले पांच दिनों में कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है. सबसे ज्यादा बारिश वाले इलाकों के बारे में बताते हुए IMD ने कहा कि शुक्रवार को सुबह 8.30 से लेकर शाम के 5.30 बजे के बीच अजमेर में 11 सेंटीमीटर बारिश हुई, अलीबाग में 9 सेंटीमीटर और भीलवाड़ा में 8 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई.
पूर्वोत्तर राजस्थान में भारी बारिश
स्काईमेट के मुताबिक 24 घंटों के दौरान गुजरात, कोंकण, गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई. हरियाणा, पंजाब के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश और रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों, ओडिशा के उत्तरी तट, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में भी हल्की बारिश दर्ज की गई.