नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ 71 मंत्रियों ने शपथ ली, इनमें 11 सहयोगी दलों के हैं. मंत्रिमंडल में 32 सांसद ऐसे हैं, जो पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं, इनमें शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, कुमारस्वामी और राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी शामिल हैं. क्या आप जानते हैं भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति की सैलरी क्या होती है और क्या सुविधाएं मिलती है.
राष्ट्रपति का वेतन और भत्ते
भारत का राष्ट्रपति देश का मुखिया होता है, राष्ट्रपति भारतीय सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ भी होते हैं. भारत में, राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा किया जाता हैजिसमें संसद और राज्य विधानसभाओं के दोनों सदनों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं. वह राष्ट्रपति भवन में रहते हैं, जो विश्व स्तर पर सबसे बड़ा राष्ट्रपति निवास है, और उनके पास सबसे ज्यादा वेतन वाला सरकारी पद है.
वेतन: 5 लाख रुपये प्रति माह
सुविधाएं और भत्ते: टैक्स से छूट, के अलावा दुनिया भर में ट्रेन और विमान से मुफ्त यात्रा, मुफ्त आवास, मेडिकल केयर और कार्यालय खर्च के लिए सालाना 1 लाख रुपये शामिल हैं. राष्ट्रपति के पास 86 प्रेसीडेंशियल बॉडीगार्ड होते हैं.
रिटायरमेंट के बाद के बैनिफिट: राष्ट्रपति को हर महीने 1.5 लाख रुपये की पेंशन, एक शानदार बंगला, दो मुफ्त लैंडलाइन, एक मोबाइल फोन, पांच निजी स्टाफ मेंबर और ट्रेन या हवाई यात्रा मुफ्त मिलती है.
उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति देश का दूसरा सर्वोच्च संवैधानिक पद है. वह मुख्य रूप से राज्यसभा की अध्यक्षता करते हैं और उनकी अनुपस्थिति में कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करते हैं. उपराष्ट्रपति की सैलरी 'संसद अधिकारी के सैलरी और भत्ते अधिनियम, 1953' के तहत निर्धारित की जाती है. उपराष्ट्रपति के लिए किसी विशिष्ट वेतन का कोई प्रावधान नहीं है, उन्हें राज्यसभा के अध्यक्ष के रूप में उनकी भूमिका के अनुसार पारिश्रमिक और लाभ मिलता है.
वेतन: 4 लाख रुपये प्रति माह.
सुविधाएं और भत्ते: मुफ्त आवास, मेडिकल केयर, ट्रेन और हवाई यात्रा, एक लैंडलाइन कनेक्शन, मोबाइल फोन, व्यक्तिगत सुरक्षा और कर्मचारी.
रिटायरमेंट के बाद: हर माह 1.5 लाख रुपये की पेंशन.
प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री भारत सरकार का प्रमुख होता है और उनके पास महत्वपूर्ण कार्यकारी अधिकार और जिम्मेदारी होती है. उनकी नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है और उन्हें द्विसदनीय संसद के किसी एक सदन का सदस्य होना होता है.
वेतन: 1.66 लाख रुपये प्रति माह, जिसमें 50,000 रुपये का मूल वेतन, 3,000 रुपये का expense allowance, 45,000 रुपये का संसदीय भत्ता और 2,000 रुपये का दैनिक भत्ता शामिल है.
भत्ते: एक आधिकारिक निवास, स्पेशल प्रोटेक्शन (एसपीजी), सरकारी वाहनों और विमानों तक पहुंच, और अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के लिए सरकार द्वारा भुगतान की गई यात्रा, रहने और भोजन का खर्च.
रिटायरमेंट के बाद : पांच साल तक मुफ्त आवास, बिजली, पानी और एसपीजी सुरक्षा.
सांसद
सांसद लोकसभा में अपने निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है. लोकसभा के सदस्यों को हर पांच साल में होने वाले आम चुनावों के माध्यम से सीधे लोगों द्वारा चुना जाता है. उनके वेतन और भत्ते शासन में उनकी भूमिका की भरपाई के लिए हैं.
वेतन: 1 लाख रुपये प्रति माह, दैनिक भत्ते के रूप में हर पांच साल में बढ़ोतरी.
भत्ते: इन्हें हर माह 2 हजार रुपए दैनिक भत्ता, 70 हजार रुपए निर्वाचन क्षेत्र भत्ता, 60 हजार रुपए कार्यालय व्यय भत्ता मिलता है. इसके अलावा आवास, निर्वाचन क्षेत्र आवास और इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए तीनों टेलीफोनों पर सालाना 1,50,000 फ्री कॉल की जा सकती हैं. इसके अलावा ये किसी भी ट्रेन की फर्स्ट क्लास एसी या एग्जिक्यूटिव क्लास में यात्रा कर सकते हैं. सांसद को सरकारी खर्च पर सिक्योरिटी गार्ड मिलते हैं.
सांसदों की पेंशन: सांसद लोकसभा का हो या राज्य सभा का हो, इन्हें 25 हजार रुपए प्रति माह पेंशन दी जाती है.