खालिस्तान समर्थकों को पनाह देने के मसले पर कनाडा और भारत के रिश्तों में तल्खी हमेशा रही है. लेकिन दोनों देशों के रिश्ते उस समय और खराब हो गए जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ बताया. इसके बाद कनाडाई सरकार ने एक भारतीय डिप्लोमैट को भी अपने देश से निकाल दिया. भारत सरकार ने ट्रूडो के आरोपों को सिरे से खारिज किया और जवाब में भारत सरकार ने भी नई दिल्ली में मौजूद कनाडा के एक डिप्लोमैट को भी पांच दिन में देश छोड़ने के लिए कह दिया.
दोनों देशों के बीच व्यापार लगभग बराबरी का है. ऐसे में इस विवाद से व्यापार ही नहीं, बल्कि कनाडा में बड़ी संख्या में रहने वाले भारतीय लोगों, खासकर पंजाबियों पर भी असर पड़ेगा. क्योंकि हर साल हजारों भारतीय छात्र हायर एजिकेशन के लिए कनाडा जाते हैं और उनके वर्कफोर्स का अहम हिस्सा भी बनते हैं. भारतीय केवल कनाडा में नौकरी ही नहीं करते हैं, बल्कि वहां की बिजनेस कम्युनिटी में भी उनका अच्छा-खासा दबदबा है. भारत और कनाडा के बीच अब तक के व्यापारिक संबंध अच्छे रहे हैं लेकिन आगे क्या होगा ये कहना थोड़ा मुश्किल है.
दोनों देशों के बीच व्यापार
इन्वेस्ट इंडिया के अनुसार, अप्रैल 2000 से मार्च 2023 तक लगभग 3,306 मिलियन डॉलर के कुल निवेश के साथ कनाडा भारत में 18वां सबसे बड़ा विदेशी निवेशक है. भारत में कनाडाई निवेश कुल एफडीआई का लगभग 0.5 प्रतिशत है. कनाडा के वैश्विक व्यापार में भारत का 2 प्रतिशत हिस्सा है.
2022 में भारत कनाडा का नौवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था. वित्त वर्ष 2021-22 में दोनों देशों के बीच 7 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था. चालू वित्त वर्ष यानी 2022-23 के शुरुआती छह महीनों में ही दोनों देशों के बीच 8.16 अरब डॉलर का व्यापार हो चुका है. वहीं भारत का कनाडा से इंपोर्ट 4.17 अरब डॉलर यानी 35 हजार करोड़ से कुछ कम रहा है. इन्वेस्ट इंडिया के अनुसार, भारत में 600 से कनाडाई कंपनियां काम कर रही हैं और 1,000 से ज्यादा कनाडाई कंपनियां भारतीय बाजार में कारोबार कर रही हैं.
भारत कनाडा को क्या-क्या निर्यात करता है
भारत कनाडा को हीरे-जवाहरात, बहूमूल्य रत्न, दवाईयां, उपभोक्ता वस्तुएं, गारमेंट्स, इंजीनियरिंग उत्पादों जैसे ऑटो पार्ट्स, विमान उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का निर्यात करता है. भारत और कनाडा के बीच व्यापार आसान होने की वजह से भारत ने वहां बड़ा निवेश किया है. कनाडा के साथ संबंध बिगड़ने पर वहां नौकरी-धंधे पर भी असर होगा. भारत कनाडा से कृषि और बागबानी से जुड़े उत्पाद खरीदता है.
कनाडा भारत को क्या बेचता है
भारत कनाडा से दाल, न्यूजप्रिंट, कोयला, फर्टीलाइजर, दालें, पोटाश, लकड़ी, माइनिंग प्रोडक्ट और एल्युमीनियम जैसे सामान इंपोर्ट करता है. भारत कनाडा से दाल की सबसे ज्यादा खरीदारी करता है. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि भारत और कनाडा के बीच ताजा तनाव से दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश पर असर पड़ने की संभावना नहीं है क्योंकि आर्थिक संबंध व्यावसायिक विचारों से प्रेरित होते हैं.
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