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Vantara: क्या है अनंत अंबानी का ड्रीम प्रोजेक्ट 'वंतारा'...पशु कल्याण में क्या है इसकी भूमिका, जानिए

मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी ने अपनी शादी से पहले एक खास प्रोजेक्ट की घोषणा की है. उन्होंने खुद को पशु प्रेमी बताया और कहा कि वो वन्य जीवों के संरक्षण को लेकर काफी समय से प्रयास कर रहे थे, ये प्रोजेक्ट उसी पर आधारित है. उन्होंने कहा बेज़ुबानों की सेवा सबसे बड़ी सेवा है. जानवरों की सेवा की श्रेय उन्होंने अपनी मां को दिया.

Anant Ambani Anant Ambani

रिलायंस इंडस्ट्रीज के डॉयरेक्टर अनंत अंबानी ने दुनिया का सबसे बड़ा चिड़ियाघर, रेस्क्यू सेंटर और रिहैबिलिटेशन सेंटर खोलने की महत्वाकांक्षी परियोजना 'वंतारा' शुरू की है. उन्होंने इसे जानवरों का सेवालय बताया. अनंत अंबानी का कहना है कि उन्हें इस प्रोजेक्ट की प्रेरणा उनके दादा धीरूभाई अंबानी और दादी से मिली है. हालांकि, अनंत ने इसके पीछे पैशन का पूरा श्रेय अपनी मां को दिया.  

तीन हजार एकड़ में फैला है
रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस फाउंडेशन ने 26 फरवरी को वंतारा (जंगल का सितारा) प्रोजेक्ट शुरू करने का एलान किया. ये देश-विदेश में घायल, दुर्व्यवहार और खतरे में पड़े जानवरों के बचाव, उपचार, देखभाल और पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित करने की एक बड़ी पहल है. गुजरात में रिलायंस के जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स के ग्रीन बेल्ट के भीतर 3,000 एकड़ में फैले, वंतारा का लक्ष्य विश्वस्तर पर संरक्षण प्रयासों में अग्रणी योगदानकर्ताओं में से एक बनना है. इसके पीछे की प्रेरणा पर बात करते हुए अनंत ने कहा कि पापा कहते हैं कि कुछ ऐसा करो जो सबके हित में और इससे सबको लाभ हो. हर एक बिजनेस हमारा जनता के लाभ, उनके फायदे और उनकी जिंदगी को सरल बनाने को देखकर होता है.

अनंत अंबानी ने इस नई पहल के लिए अपने माता-पिता को अपनी प्राथमिक प्रेरणा बताया और अपने पूरे परिवार पशु प्रेमी बताया. अनंत ने कहा, "बहुत कम उम्र में जो चीज मेरे लिए एक जुनून के रूप में शुरू हुई थी वह अब वंतारा और हमारी शानदार और प्रतिबद्ध टीम के साथ एक मिशन बन गई है. हम भारत की गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. हम महत्वपूर्ण आवासों को बहाल करना चाहते हैं और प्रजातियों के लिए तत्काल खतरों का समाधान करना चाहते हैं. हम वंतारा को एक अग्रणी संरक्षण कार्यक्रम के रूप में स्थापित करना चाहते हैं."

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वंतारा क्या है?
बिल्कुल नए पशु संरक्षण केंद्र वंतारा में अत्याधुनिक स्वास्थ्य देखभाल, अस्पताल, अनुसंधान और शैक्षणिक केंद्र जैसे कई बुनियादी ढांचे होंगे. वंतारा प्रसिद्ध पशु संरक्षण संगठनों जैसे इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN)और वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड फॉर नेचर (WWF) के साथ भी सहयोग करेगा.

अब तक कितनों की कर चुका है मदद
पिछले कुछ वर्षों में, कार्यक्रम ने 200 से अधिक हाथियों और कई रेप्टाइल्स और पक्षियों को बेचे जाने और शिकार होने से बचाया है. इसने गैंडा, तेंदुआ और मगरमच्छ पुनर्वास सहित प्रमुख प्रजातियों में पहल की है. वंतारा ने बड़े जंगली जानवरों को बचाने के लिए मैक्सिको और वेनेजुएला में अंतरराष्ट्रीय बचाव केंद्रों के साथ भी सहयोग किया है.

क्या है मुख्य उद्देश्य?
वंतारा को हाथियों के लंबे समय तक अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है, जिनमें उनके दांतों के लिए शिकार किया जाता है जिसके कारण इनमें से अधिकतर लुप्तप्राय हो गए हैं. हाथियों को केंद्र में रखकर ये हाथियों में गठिया के इलाज के लिए अत्याधुनिक आश्रय, बाड़े में हाइड्रोथेरेपी पूल, जल निकाय और एक बड़े हाथी जकूजी की भी व्यवस्था है. वंतारा में 200 से अधिक हाथी हैं और 500 कर्मचारी इसे मिलकर चलाते हैं. इसके अलावा पशुचिकित्सक, न्यूट्रिशनिस्ट और पैथोलॉजिस्ट भी शामिल हैं.

600 एकड़ की इस जगह में जानवर प्राकृतिक वातावरण में बिल्कुल फ्री होकर घूम सकेंगे. ताकि उन्हें लगे कि वो जंगल में ही हैं. इसके अलावा हाथियों की सर्जरी का भी यहां पर इंतजाम है. यहां पर 14 हजार स्कवॉयर फीट का एक खास किचन भी तैयार किया गया है जहां पर हाथियों के स्वास्थ्य और जरूरत के हिसाब से खाना तैयार किया जाएगा. डॉक्टर्स हाथियों के स्वास्थ्य और उनकी देखभाल के लिए 24 घंटे काम करेंगे.
 

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