महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप मामले में अभिनेता रणबीर कपूर को प्रवर्तन निदेशालय (ED)ने समन भेजा जिसके बाद से इस कंपनी को लेकर चर्चा हो रही है. इस कंपनी पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया है. इस मामले में रणबीर के अलावा श्रद्धा कपूर, हिना खान, कपिल शर्मा और हुमा कुरैशी को भी समन किया गया है. महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप वास्तव में क्या है, और इसके प्रमोटर कौन हैं? छत्तीसगढ़ में एक जूस और टायर की दुकान का मालिक एक बड़े सट्टेबाजी रैकेट का सरगना कैसे बन गया? जानिए इसके बारे में विस्तार से.
काले धन के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर (Sourabh Chandrakar)और रवि उप्पल (Ravi Uppal) ऑनलाइन सट्टेबाजी की संदिग्ध दुनिया के दो बड़े नाम हैं. इनका नेटवर्क न सिर्फ भारत में बल्कि यूएई, श्रीलंका, नेपाल और पाकिस्तान में भी है. ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दोनों की तलाश कर रही है. इनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट और लुकआउट सर्कुलर जारी किए हैं.
कैसे चर्चा में आए
सौरभ चंद्राकर हाल ही में अपनी शादी को लेकर चर्चा में आए थे. दुबई में आयोजित इस शादी में चंद्राकर ने पानी की तरह पैसा बहाया. बॉलीवुड के कई सेलेब्स भी इसमें शामिल हुए. इस शादी में लगभग 200 करोड़ रुपये का खर्चा आया. शादी का एक वीडियों भारतीय एजेंसियों के हाथ लगा और शादी में परफॉर्म करने की वजह से ईडी के निशाने पर हैं. रिपोर्ट है कि इसमें अंडरवर्ड का भी पैसा लगा हुआ हो सकता है.
कौन हैं सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल?
दोनों आरोपी छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं. हैरानी की बात यह है कि कुछ साल पहले तक सौरभ चंद्राकर भिलाई के नेहरू नगर में जूस की दुकान चलाते थे, जबकि रवि उप्पल की टायर की दुकान थी. जांचकर्ताओं ने पाया कि दोनों को जुए की लत लग गई थी. इसके बाद इन दोनों के पास जो भी सेविंग थी, उसे लेकर दोनों दुबई चले गए. यहां वो एक शेख और एक पाकिस्तानी नागरिक से मिले, जिन्होंने उन्हें महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप में शामिल कर लिया और सभी मिलकर काम करने लगे. जल्द ही, सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने सट्टेबाजी की दुनिया में अपना नाम बना लिया. ईडी ने कहा कि दोनों लोगों ने ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए भारत में लगभग 4,000 पैनल ऑपरेटरों का नेटवर्क स्थापित किया. प्रत्येक पैनल ऑपरेटर के पास 200 ग्राहक होते हैं जो दांव लगाते हैं. इसके जरिए दोनों रोजाना कम से कम 200 करोड़ कमा रहे थे. सौरभ चंद्राकर ने 14 बॉलीवुड हस्तियों को शादी में परफॉर्म करने के लिए इंवाइट किया था और अब सभी प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर हैं.
ईडी ने कैसे जुटाए सबूत?
इसके बाद वो वहां के किंग बन गए. उन्होंने अपने परिवार को भिलाई और नागपुर से दुबई तक ले जाने के लिए एक निजी जेट किराए पर लिया था. शादी के लिए वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर को मुंबई से बुलाया गया था. अब बताया जा रहा है कि इन सबका पेमेंट कैश में किया गया था. इसके डिजिटल सबूत ईडी ने जुटाए हैं. इनके अनुसार, योगेश पोपट की मेसर्स आर-1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को हवाला के जरिये 112 करोड़ रुपये पहुंचाए गए थे. 42 करोड़ रुपये होटल की बुकिंग के लिए कैश पेमेंट किया गया था. महादेव गेमिंग ऐप के प्रमोटर इसे गेमिंग ऐप बताते हैं लेकिन जांच एजेंसी को शक था कि इस ऐप के माध्यम से सट्टेबाजी का धंधा किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इसमें कई रसूखदारों ने अपना पैसा लगाया है. इस एप में अंडरवर्ल्ड का पैसा लगे होने का भी शक है.
ईडी के मुताबिक, ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के जरिए दोनों ने देश में 4 हजार के करीब पैनल ऑपरेटरों का नेटवर्क खड़ा किया है. हर पैनल ऑपरेटर के पास 200 ग्राहक हैं, जो सट्टा लगाते हैं. कहा जा रहा है कि इस तरह से दोनों रोजाना 200 करोड़ की कमाई कर रहे हैं. अपनी इसी काली कमाई से संयुक्त अरब अमीरात में अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया है. ईडी ने पिछले महीने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप केस में मुंबई, कोलकाता और भोपाल में करीब 39 ठिकानों पर छापेमारी कर 417 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी.सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल विदेश में छुपे हुए हैं.
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